पोलियो उन्मूलन हेतु बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के साथ रोटरी क्लब चला रही साझा कार्यक्रम

धनबाद. विश्व आज भी पूरी तरह से पोलियो मुक्त नही हो पाया है. पडोसी देश पाकिस्तान और अफगनिस्तान ऐसे दो देश है जहाँ आज भी पोलियो खत्म नही हो पाया है और प्रतिवर्ष 3 हजार के करीब केस सामने आते है.

भारत वर्ष 2011 से ही पोलियो मुक्त भारत बन चुका है बाउजूद पडोसी देश को ध्यान में रखते हुए हमें पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम चलाते रहने की जरूरत है. जागरूकता के साथ साथ बच्चों में पोलियो वैक्सीन देकर भारत को आजीवन मुक्त बनाये रख सकते है.  

पोलियो महामारी से हर साल 2 लाख बच्चे ग्रसित हो सकते है जिसमे 15 लाख बच्चों की मृत्यु तक हो सकती है. उक्त बांते रोटरी क्लब ऑफ धनबाद के अध्यक्ष विकास शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही.

उन्होंने बताया आगामी 24 अक्टूबर को विश्व पोलियो दिवस है. कोरोना महामारी के कारण रोटरी क्लब इस बार बड़े स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम नही कर पा रही है. मीडिया के जरिये हमे लोगो तक अपनी बात पहुँचानी है कि लोग पोलियो के प्रति सचेत रहकर सरकार द्वारा बच्चों को दी जाने वाली पोलियो वैक्सीन में मदद करे.

उन्होंने बताया आगामी विश्व पोलियो दिवस के अवसर पर लोगो को जागरूक करने के लिए रोटरी क्लब जिले के चौक चौराहों पर बैनर पोस्टर भी लगा रही है. क्लब में 70 मेंबर है जो पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जैकेट और टोपी पहनकर प्रचार प्रसार करेंगे.

उन्होंने आगे कहा पोलियो के प्रति भारत की जनता का संवेदनशीलता का ही परिणाम है कि भारत अबतक 2 हजार 700 करोड़ रु बचा पाई. भारत में अगर पोलियो के मामले आते रहते तो अबतक इतनी राशि पोलियो बीमारी पर खर्च हो चुकी होती.

आगे भी इस बीमारी को लेकर गम्भीर बने रहे तो आगामी 2050 तक भारत 14 सौ करोड़ रु बचा सकता है. उन्होंने बताया रोटरी क्लब सालो से देश भर में पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम चला रही है.

पूरे 200 देशों में यह अभियान चल रहा है. जिसमे कुल 2 करोड़ वोलेंटियर इस कार्य मे शामिल है. जबतक पाकिस्तान और अफगनिस्तान से यह महामारी चला नही जाता तबतक विश्व भर में इस महामारी के पनपने का खतरा है.

संजीव बियोत्रा ने बताया रोटरी क्लब डिस्ट्रिक्ट 3250(बिहार -झारखंड) के द्वारा पोलियो उन्मूलन हेतु विशेषरूप से बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के साथ एक साझा कार्यक्रम करने की शुरुआत की है. इसके तहत रोटरी क्लब के प्रत्येक सदस्य 4 बच्चों के लिए 200 रु0 खर्च करेगी और इसके बदले बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन 8 अन्य और बच्चों के इलाज का खर्च वहन करेगी.