धनबाद : सोमवार को बाबुडीह प्लस 2 जिला स्कूल में आयोजित 47वीं जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय विज्ञान, गणित एवं पर्यावरण प्रदर्शनी में पुराना बाजार प्लस 2 डीएवी उच्च विद्यालय का छात्र मो0 राशिद हुसैन ने वर्टिकल फार्मिंग पर मॉडल तैयार कर यह बताने का प्रयास किया कि कम जगह पर भी बेहतर तरीके से खेती की जा सकती है.
राशिद ने बताया कि देश की बढ़ती जनसंख्या की वजह से आज खेत सिमट रहे है. ऐसे में वर्टिकल फार्मिंग की तकनीक अपनाकर कम जगह और कम संसाधनों के बीच बेहतर खेती की जा सकती है.
किसी भी फसल के लिए पानी, मिट्टी और सूरज का प्रकाश आवश्यक है. वर्टिकल फार्मिंग में दर्पण लगाकर पूरे खेत मे सूरज की रौशनी को बराबर पहुँचाया जा सकता है.
फार्म के ऊपर पानी की टंकी लगाकर पाइप के द्वारा पूरे खेत को पानी पहुँचा सकते है. फसल तैयार होने के उपरांत इसी फार्म में ही फसल को धोने की भी व्यवस्था है. फसल धुलने केे बाद बाजार भेजने के लिए तैयार होगा.
इस विज्ञान प्रदर्शनी में इंडस्ट्रियल, एग्रीकल्चर, पर्यावरण समेत छह अलग - अलग थीम पर प्रतिभागियों ने अपने अपने मॉडल को प्रदर्शित किया. कुल 45 प्रतिभागी विज्ञान प्रदर्शनी में हिस्सा ले रहे है.
सभी 45 प्रतिभागी पिछले दिनों प्रखंड स्तर पर आयोजित विज्ञान प्रदर्शनी में हिस्सा लेने वाले विभिन्न स्कूलों से कुल 148 प्रतिभागियों में सर्वश्रेठ प्रदर्शनी के लिए चयनित हुए थे.
इस विज्ञान प्रदर्शनी में छात्र छात्राओं द्वारा प्रदर्शों का मूल्यांकन के लिए निर्णायक की भूमिका में आशुतोष चौबे, छवि मुखर्जी, किरण कुमार साव, सबा अंसारी, अजय चौहान ने योगदान दिया.
प्लस 2 जिला स्कूल की प्राचार्या ने बताया कि छात्रों, शिक्षकों एवं सामान्य जनता के बीच विज्ञान को लोकप्रिय बनाने के लिए राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद प्रतिवर्ष बच्चो के लिए यह विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन करती है. किशोर में वैज्ञानिक सोच विकसित करना उद्देश्य है.