शर्मनाक- चार घंटे सिसककर गयी युवक की जान, मौत के बाद भीड़ ने कफ़न के बदले बोरे से ढंका शव

भूली : भूली में  मानवता उस समय शर्मसार हुई जब एक मृत युवक को एक भीड़ कफ़न भी मुहैया नहीं करा सकी. शव को कफ़न के बदले एक आलू रखने वाले बोरी से ढँक कर रखा गया जबतक की उसके घरवाले नहीं आये. मृतक का नाम हरिश्चन्द्र ठाकुर (35 वर्ष) था. हरिश्चंद्र सुबह 8 बजे से ही जीवित हालत में बी ब्लाक बुधनी हटिया के पास सिसक सिसक कर अपनी आखरी सांसे गिन रहा था.

आसपास के दुकानदार की माने तो इस दौरान कई गणमान्य लोग भी वंहा पंहुचे थे. लेकिन पुलिस को बुलाने की बात कहकर निकल गए. लोग उसे देखकर आते जाते रहे लेकिन शराबी समझकर किसी ने उसे अस्पताल पंहुचाने की जहमत नहीं उठाई.

अंत में युवक ने करीब 1 बजे दोपहर में दम तोड़ दिया. दम तोड़ने के बाद उसे देखने लोगो का हुजूम उमडा. इस दौरान जब लोगो को कुछ नहीं मिला तो पास के दूकान से आलू रखने वाले बोरे से  ढँक कर रखा.  मौत की सुचना पाकर एक एनजीओ के  सदस्य वंहा पंहुचे जिसके बाद उन्होंने कफ़न मंगाया और युवक के शव को ढंका.  इस घटना की सुचना पाकर भूली ओपी प्रभारी चन्दन सिंह दल बल के साथ मौके पर पंहुचे और घटना की जानकारी लेकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की तैयारी में जुट गये.  

मृतक के बहन ने मौके पर बताया की वह उसका भाई है और नशे का आदि था. वह अक्सर घर से बाहर रहता था और शराब पीता था. उसकी जान भी शराब दूकान के सामने ही गयी है. आसपास के लोगो की माने तो अगर समय रहते उसे अस्पताल ले जाया जाता तो उसकी जान बच सकती थी.