गौ हत्या, लव-जिहाद, धर्मांतरण को लेकर विहिप करेगी आंदोलन

धनबाद. धनबाद के गांधी सेवा सदन में आज विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं के द्वारा प्रेस वार्ता कर अपने आगामी आंदोलन की जानकारी दी. वही कार्यकर्ताओ ने बताया कि झारखंड में धर्मांतरण निषेध कानून 2017 से पारित है उसके बावजूद हिंदू भाई बहनों को धोखे में फंसा कर तथा बहला-फुसलाकर मुल्ले मौलवी के द्वारा धर्मांतरण का खेल बेरोकटोक जारी है.

लव जिहाद, लैंड जिहाद, जनसंख्या जिहाद तेजी से चल रहा है. झारखंड में पुलिस प्रशासन की मिलीभगत से झारखंड गोवंश हत्या निषेध अधिनियम की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है. प्रतिदिन हजारों की संख्या में गोवंश की हत्या कर गौ मांस की बिक्री हो रही है. साथ ही हत्या के लिए गोवंश की झारखंड तथा बंगाल में गौ तस्करी की जा रही है.

यदि कहीं हिंदू समाज के द्वारा पुलिस प्रशासन को कसाईयों को पकड़ने के लिए कहा जाता है तो उल्टा उन्हीं को झूठे मुकदमे में फंसा कर जेल भेजने का का काम पुलिस प्रशासन के द्वारा किया जा रहा है. प्रशासन को ज्ञात हो कि गौ तस्करी की घटना सामान्यता प्रत्येक दिन डुमरिया प्रखंड के मेन रोड से होते हुए ओडिशा के सरस कोना में तस्करी होती है. साथ ही धालभूमगढ़ प्रखंड बहरा गांव से चाकुलिया होकर बंगाल के लिए तस्करी होती है.

झारखंड में रोहिंग्या एवं बांग्लादेशी घुसपैठियों के चलते झारखंड में जनसंख्या असंतुलन की समस्या आ गई है. घुसपैठियों को आधार कार्ड राशन कार्ड तथा वोटर कार्ड भी धड़ल्ले से बन जा रहा है जिसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. जिस पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है. अब तक झारखंड सरकार अभी धार्मिक न्यास बोर्ड एवं गौ रक्षा आयोग का गठन न करना हिंदू समाज के लिए चिंता का विषय है.

निशक्त आयोग के माध्यम से धर्मांतरण का कारोबार चल रहा है इस पर झारखंड सरकार जल्द कार्रवाई करें आयोग को निरस्त करना चाहिये. विश्व हिंदू परिषद समय-समय पर समस्त माध्यमों से झारखंड सरकार द्वारा झारखंड पुलिस प्रशासन को गौ हत्या धर्मांतरण लव जिहाद रोहिंग्या मुसलमानों का घुसपैठ और हिंदुओं के पर्व त्योहारों में मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में समस्या जैसी विषय को संज्ञान में देती रही है इसके बावजूद घटना चरम सीमा पर है. देवघर रांची इटखोरी रजरप्पा भगवान शिव जी के दर्शन हेतु जाने वाले झारखंड भक्तगण के लिए गया काशी जैसे धार्मिक तीर्थ स्थल में धार्मिक भवन या हिंदू भवन निर्माण करना चाहिए.

तमिलनाडु आंध्र प्रदेश तेलंगाना की तरह झारखंड में भी पुजारी पुजारी को मानदेय अवश्य देना चाहिए. इन सभी विषयों को विश्व हिंदू परिषद गंभीरता से लेते हुए अब आंदोलन का मार्ग अपनाने का निर्णय कर चुकी है. आंदोलन का मार्ग अलग-अलग चरणों में अलग अलग होगा