मूवी रिव्यू : फिल्म कबीर सिंह रिलीज, साऊथ इन्डियन- अर्जुन रेड्डी की हिंदी रीमेक है मूवी

बॉलीवुड एक्टर शाहिद कपूर और कियारा अडवाणी स्टारर फिल्म ´कबीर सिंह´ आज (21 जून) सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है. लोगों को इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार था. बता दें कि ´कबीर सिंह´ साउथ सुपरस्टार विजय देवरकोंडा की हिट फिल्म ´अर्जुन रेड्डी´ का हिंदी रीमेक है. तेलुगू में इस फिल्म को संदीप वांगा रेड्डी ने डायरेक्ट किया था और इसके हिंदी रीमेक को भी इन्होंने ही डायरेक्ट किया है. इस फिल्म में शाहिद कपूर और कियारा अडवाणी के अलावा सोहम मजूमदार, अर्जन बाजवा, सुरेश ओबेरॉय, कामिनी कौशल और निकिता दत्ता ने अहम भूमिकाओं में हैं.

फिल्म की कहानी एक लव स्टोरी पर बेस्ड है, जहां एक शख्स प्यार के खातिर क्या से क्या कर गुजरता है और प्यार का जुनून उसे कहां से कहां ले जाता है. यह सारी चीजें आपको इस फिल्म में देखने को मिलेगी. कबीर जिसकी भूमिका में शाहिद कपूर हैं.. जो एक मेडिकल का स्टूडेंट. कबीर अपने कॉलेज का टॉपर स्टूडेंट के साथ-साथ फुटबॉल का एक अच्छा खिलाड़ी भी है, लेकिन उसमें सिर्फ एक बुराई है कि वह बहुत गुस्सैल है. उसे बहुत जल्दी गुस्सा आ जाता है और गुस्से में किसी से भी मारपीट कर लेता है. इसी वजह से उसे कॉलेज से सस्पेंडकर दिया जाता है, लेकिन तभी कॉलेज में उसकी नजर प्रीति सिक्का पर पड़ती है, जो 19 साल की एक खूबसूरत मेडिकल स्टूडेंट है. फिल्म में प्रीति का किरदार कियारा आडवाणी ने निभाया है.

प्रीति से नजर मिलते ही कबीर को उससे पहली नजर का प्यार कर बैठता है. प्रीति को अपना दिल देने के बाद वह पूरे कॉलेज में इस बात का अनाउंसमेंट करवा देता है कि वह प्रीति से प्यार करता है और कोई भी प्रीति पर नजर नहीं डाल सकता, मलतब कबीर सभी को प्रीति से दूर रहने की सलाह देता है. समय बीतता चला जाता है और कबीर प्रीति की प्यार में पागल होता जाता है. वक्त के साथ-साथ कबीर एक काबिल सर्जन बन जाता है और प्रीति भी डॉक्टर बन जाती है, लेकिन यहां भी वही होता है जो हर सच्ची प्रेम कथा में हमें देखने और सुनने को मिलता है. कबीर और प्रीति एक नहीं हो पाते हैं. प्रीति के परिवार वाले उसकी शादी कबीर से नहीं, बल्कि किसी और से करवा देते हैं. अब इसकी क्या है- कबीर का गुस्सैल स्वभाव या फिर कुछ और.. . यह जानने के लिए आपको सिनेमाघर जाकर पूरी फिल्म देखनी पड़ेगी.  

वैसे, सालों बाद शाहिद कपूर को एक ऐसी फिल्म हाथ लगी है, जो सिर्फ उनके लिए बनी है. ´कबीर सिंह´ में शाहिद के अलावा शायद ही कोई और कबीर की भूमिका निभा पाता. फिल्म में बहुत कुछ ऐसा देखने को मिलेगा जो आप देखना चाहते हैं. फिल्म का संगीत और बैकग्राउंड म्यूजिक दमदार है. संगीतकार सचेत-परंपरा के संगीत में ´बेखयाली´ गाना रेडियो मिर्ची टॉप ट्वेंटी चार्ट में पांचवें पायदान पर है और मिथुन का संगीतबद्ध गीत, ´तुझे कितना चाहने लगे´ ग्यारहवें नंबर पर है. फिल्म में निर्देशन की बात करें तो संदीप वांगा रेड्डी ने दर्शकों को पूरी फिल्म में बांधे रखने में सफल साबित हुए हैं. फिल्म कहीं भी स्लो नहीं होती है, लेकिन हां फिल्म की अवधी 3 घंटे से कम हो सकती थी. वहीं, अभिनय की बात करें शाहिद कपूर और कियारा अडवाणी के अलावा सोहम मजूमदार, अर्जन बाजवा, सुरेश ओबेरॉय, कामिनी कौशल और निकिता दत्ता ने अपने-अपने किरदार के साथ पूरी तरह से इंसाफ किया है.  

Web Title : READ FILM REVIEW OF KABIR SINGH

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