सर्दियों के इन 5 साग के हैं ये फायदे जानकर हैरान रह जायंगे आप

सर्दियों के मौसम में गर्मा-गर्म सरसों का साग और मक्के की रोटी किसी के मुंह में भी पानी ला सकती है. जी हां सर्दियों में बाजार में हर जगह आपको हरी सब्जियां देखने को मिल जाती है. और सर्दियों की जहां-जहां बातें होती है उन बातों में तरह-तरह के साग की चर्चा अपने आप शामिल हो जाती है. साग न केवल खाने में टेस्टी होता है बल्कि ये विटामिन, मिनरल, फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइटोन्यूट्रिएंट्स से भरपूर होने के कारण हेल्थ के लिए भी बहुत अच्छा होता है. साग में कैलोरी की मात्रा बहुत कम होने के कारण वजन को बढ़ने नहीं देता है.

साग में घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह के फाइबर होते हैं जिससे बॉडी का मेटाबॉलिज्म ठीक रहता है और वजन को कंट्रोल करने में हेल्प करता है. साथ ही इसमें मौजूद कई तरह के विटामिन और मिनरल्स ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करते हैं. इसके अलावा ठंड के मौसम में जोड़ों का दर्द एक आम परेशानी है. साग में मौजूद कैल्शियम, प्रोटीन और पोटैशियम दर्द में आराम देते हैं.

चौलाई का साग

डाइटीशियन सिमरन सैनी का कहना है कि चौलाई के साग में लायसिन नामक अमिनो एसिड पाया जाता है जो बढ़ती उम्र के लक्षणों को रोकने का काम करता है. इसलिए अगर आप सर्दियों के मौसम में इस साग को खाती हैं तो आप लंबे समय तक झुर्रियों से बची रह सकती हैं. साथ ही चौलाई का साग फाइटोन्यूट्रिएंट्स, एंटी-ऑक्सीडेंट्स, मिनरल्स और कई तरह के विटामिन होते हैं. सर्दियों में चौलाई का साग खाने से बॉडी में विटामिन की कमी को पूरा किया जा सकता है. इस साग को कफ और पित्त नाश करने वाला माना जाता है.

सरसों का साग

सरसों के साग में कैलोरी और फैट बहुत कम होता है लेकिन कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, पोटैशियम, विटामिन ए, सी, डी, बी-12 मैग्नीशियम, आयरन और कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है. साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट भी मौजूद होते हैं, जो बॉडी को डिटॉक्स करने में हेल्प करते हैं. इससे बॉडी की इम्यूनिटी बढ़ती हैं और आप सर्दियों में होने वाली बीमारियों से बची रहती हैं. इसमें मौजूद कैल्शियम और पोटैशियम हड्डियों को मजबूत और हेल्दी रखता है. सर्दियों में जिन महिलाओं को जोड़ों में दर्द रहता है उन्हें सरसों का साग खाना चाहिए.

पालक

पालक में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, पॉली सैचुरेटेड फैट, ओमेगा-3 और ओमेगा-6 प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं. पालक में कैलोरी बहुत कम होती है. 100 ग्राम पालक में काफी मात्रा में नाइट्रेट होता है जो ब्लड प्रेशर को कम करने में हेल्‍प करता है और दिल को सुरक्षा देता है. इसके अलावा अमेरिकन जनरल ऑफ एपिडेमियोलॉजी में प्रकाशित एक रिसर्च के अनुसार, पालक में मौजूद फोलेट और विटामिन-बी कई तरह के कैंसर से बॉडी की रक्षा करते हैं.

बथुआ

सर्दियों में बथुआ का साग खाना भी आपके लिए फायदेमंद हो सकता है. जी हां इस साग में कई तरह के औषधीय गुण होते हैं और साथ ही इसमें विटामिन-ए, कैल्शियम, फास्फोरस और पोटैशियम भी बहुत अधिक होता है. बथुआ के साग को रेगुलर खाने से किडनी में स्टोन होने का खतरा काफी कम हो जाता है. इसके अलावा बथुआ खाने से पेट में दर्द, गैस और कब्ज होने की समस्या भी दूर होती है. बथुआ के साग को आप साग, सब्जी, रायता, पराठा और पूरी के आदि के रूप में आप डाइट में शामिल कर सकती हैं.

मेथी का साग

मेथी को रेगुलर खाने से ब्लड में कोलेस्ट्रॉल और लिपिड लेवल को कम कर, दिल के रोगों की आशंका कम होती हे. यह ब्लड में शुगर को कंट्रोल कर डायबिटीज की आशंका को भी कम करती है. मेथी में फॉलिक एसिड, विटामिन ए, बी-6, सी, पोटैशियम, आयरन, फॉस्फोरस और कैल्शियम काफी मात्रा में होते हैं. जी हां 100 ग्राम मेथी में 50 कैलोरी होती है. यह फाइबर का सबसे अच्छा स्रोत है और आंतों को साफ रखने में मददगार साबित होता है. मेथी में प्रोटीन भी काफी मात्रा में होता है. जिन महिलाओं को अर्थराइटिस है उन्हें सर्दियों में रेगुलर मेथी का सेवन करना चाहिए. मेथी ब्लड के जमने की आशंका को कम करती है.

सावधानी

साग बनाने के लिए स्टेनलेस स्टील या एल्युमीनियम के बर्तनों का इस्तेमाल करें. कॉपर के बर्तन में पकाने से विटामिन-सी, ई और फॉलिक एसिड नष्ट हो जाते हैं.

साग को काटने से पहले धो लें, क्योंकि इनमें मौजूद विटामिन और मिनरल पानी में घुलनशील होते हैं.

इन्हें साफ पानी या गुनगुने नमक वाले पानी से धोएं, ताकि इन पर लगे सूक्ष्म बैक्टीरिया मर जाएं और धूल-मिट्टी भी निकल जाएं.

तो देर किस बात की इन सर्दियों आप भी अपनी डाइट में साग को शामिल करें और वजन कम करने से लेकर झुर्रियों को भगाने तक और डायबिटीज को कंट्रोल करने तक कई फायदे पाएं.

Web Title : THESE 5 WINTER GREENS WILL BE AMAZED TO KNOW THE BENEFITS YOU WILL BE SURPRISED TO KNOW

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