भारी जांघों को सुडौल और आकर्षक बनाने के लिए ये योगासन रोजाना करें

योग सिर्फ आपका जीवन ही नहीं आपकी जांघों यानि थाइज की रूपरेखा भी बदल सकता है. इसके लिए आपको योग आसनों का ज्ञान होना चाहिए कि उनका शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है. योग अपने आप में संपूर्ण विज्ञान है और आपके पूरे शरीर को फ़ायदा पहुंचाता है लेकिन उसके लिए इसका ज्ञान होना ज़रूरी है. आपके पैर, ख़ासकर आपकी जांघों पर विशेष ध्यान देना बहुत ज़रूरी है. आपके पांव हर रोज़ आपका वज़न उठाते हैं. उन्हें मज़बूत और लचीला बनाए रखने के लिए कुछ आसन करने जरूरी हैं.   और इस आसन के बारे में योग संस्थान के डायरेक्‍टर डॉक्‍टर हंसाजी जयदेव योगेंद्र जी बता रहे हैं. जो समय-समय पर हमें फिट रखने वाले योगासनों के बारे में बताया करते हैं. तो देर किस बात की अगर आप भी भारी थाइज से परेशान हैं तो रोजाना ये योगासन करें और कुछ ही दिनों में फर्क महसूस करें.

वीरभद्रासन 

जांघों की मांसपेशियों को मज़बूत बनाने में यह आसन बहुत सहायक है. चूंकि इस आसन से आपके पांव पर ज़ोर आता है, इससे आपके पांव मज़बूत होते हैं. इस आसन को करने के लिए आपके पैरों के बीच तीन फुट की दूरी होनी चाहिए और आपका दाहिना पैर बाहर की ओर मुड़ा होना चाहिए. अपने दाहिने पैर को इस प्रकार मोड़ें कि आपकी जांघ ज़मीन के समानांतर आ जाए. अपने हाथों को कंधों की सीध में ले आएं. कुछ समय के बाद इस मुद्रा से बाहर आ जाएं. अब इस आसन को बाएं पैर से करें.

उत्कटासन

इसे चेयर पोज़ (कुर्सी मुद्रा) के नाम से भी जाना जाता है. इसमें आप एक काल्पनिक कुर्सी पर बैठते हैं. इससे आपके जांघों के साथ-साथ आपके कूल्हे और पिंडली भी मज़बूत होती है. उत्कटासन के लिए पांव जोड़कर खड़े हो जाएं और हाथों को सामने की ओर ज़मीन से समानांतर सीधा कर दें, हथेली ज़मीन की ओर. सांस छोड़ते हुए और घुटनों को मोड़ते हुए नीचे आएं जैसे आप काल्पनिक कुर्सी पर बैठे हों. साधारण रूप से सांस लें और इस मुद्रा से बाहर आ जाएं.

बद्ध कोणासना

यह कूल्हे के जोड़ों को खोलने और पांव का लचीलापन बनाए रखने के लिए बहुत आसान आसन है. इससे घुटने, पिंडली और अंदर की जांघों की मांसपेशियों पर खिंचाव आता है. इसे बैठकर किया जाता है. बैठने के बाद पैरों को बाहर फैलाएं, फिर घुटने मोड़कर दोनों तलवों को मिलाएं और उन्हें अपने शरीर के पास लाएं. हाथों से पैरों के पंजों को पकड़ लें और घुटनों को नीचे ले जाने का प्रयास करें. घुटने जितने नीचे जाते हैं जाने दें. साधारण रूप से सांस लें और फिर मुद्रा से बाहर आ जाएं.

उत्थित हस्त पादंगुष्ठासन

अपने पांव एक साथ रखकर खड़े रहें और हाथ बगल में रखें. अपने दाहिने पैर को ऊपर उठाएं और दाहिने हाथ से उसी पैर की उंगली पकड़ें. अब धीरे से पांव को बगल की तरफ खींचें ताकि पूरा खिंचाव महसूस हो. इस आसन से पैर के पंजे, पिंडली, घुटने के पीछे की नसों से लेकर जांघों तक, पूरे पैर को बहुत अच्छा खिंचाव मिलता है और श्रोणी को भी लचीला बनाता है.

मालासन

पांव को कूल्हे जितनी दूरी पर रखकर खड़े रहें और हाथ जोड़ लें. सांस छोड़ते हुए पिंडली तक नीचे जाएं. वहां थोड़ी देर साधारण रूप से सांस लेने के बाद मुद्रा से बाहर आ जाएं. यह जांघों को मज़बूत और लचीला बनाने के लिए बहुत अच्छा आसन है. भारी जांघों को मज़बूत और सुडौल बनाने के लिए ये आसन करते रहें और उन्हें सही आकार में लाएं.

अगर आप भी अपनी भारी जांघों को सुडौल, आकर्षक और लचीला बनाना चाहती हैं तो ये योगासन रोजाना करें.  


Web Title : DO THESE YOGA POSTURES DAILY TO MAKE HEAVY THIGHS CURVY AND ATTRACTIVE

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