दिल्ली और हरियाणा में बाढ़ का खतरा, हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया 8.72 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी

नई दिल्ली: लगातार बारिश के चलते दिल्ली -एनसीआर और हरियाणा के कई हिस्सों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. यमुना नदी खतरे के निशान पर बह रही है और हथिनीकुंड बैराज से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. रिपोर्ट्स के अनुसार रविवार शाम को छह बजे तक करीब 8. 72 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है. दिल्ली की सरकार बाढ़ के खतरे को देखते हुए सचेत हो गई है. सोमवार शाम तक यमुना नदी का जल स्तर 208 मीटर तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही है.

दिल्ली में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए दिल्ली सरकार की ओर से अधिकारियों की आपातकालीन बैठक बुलाई गई है. इस मीटिंग की अध्यक्षता दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल करेंगे. गौतम बुद्धनगर जिला प्रशासन की ओर से लोगों से सुरक्षित जगहों पर जाने की सलाह दी गई है. बाढ़ व सिंचाई विभाग सहित अन्य सरकारी एजेंसियों को सतर्क रहने के साथ ही पानी की स्थिति पर नजर बनाए रखने के लिए कहा गया है ताकि जरूरत पड़ने पर सुरक्षात्मक कदम उठाए जा सकें.

हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में फिलहाल बारिश सबसे ज्यादा कहर बरपा रही है. पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की घटनाएं देखने को मिल रही है. कई जगहों पर बादल फटने की घटनाएं भी सामने आई हैं और इस वजह से भारी सैलाब देखने को मिल रहा है.

उत्तर काशी के आराकोट जिले और इसके आसपास के इलाकों में बादल फटने की वजह से जगह जगह भूस्खलन हुआ है और इस वजह से यहां मरने वालों की संख्या भी 8 हो गई है. हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब में अब तक कुल मिलाकर 42 लोगों की जान जा चुकी है. 17 लोगों की मौत उत्तराखंड में हुई है जबकि उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और पंजाब में 20 लोग लापता हैं.

Web Title : RISK OF FLOODS IN DELHI AND HARYANA, OVER 8.72 LAKH CUSECS RELEASED FROM HATINIKUND BARRAGE

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