उत्तर भारत में बर्फ के ढंके पहाड़ों से घिरे हिमाचल प्रदेश में देश ही नहीं, दुनियाभर से सैलानी घूमने के लिए आते है. यहां की झीलें, पहाड़ और कुदरती सुंदरता देखकर मन को सुकून मिलता है. सर्दियों में हिमाचल प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में बर्फबारी देखने को मिलती है. खासतौर पर दिसंबर और जनवरी में यहां का तापमान 0 डिग्री से लेकर -13 डिग्री तक भी पहुंच जाता है. अगर आप एचवेंचर पसंद करती हैं, कुदरती नजारों के बीच अच्छा वक्त गुजारना चाहती हैं और यहां के गौरवशाली अतीत के बारे में जानना चाहती हैं तो नए साल पर आपको हिमाचल के कुछ खास ऑफबीट डेस्टिनेशन्स की सैर जरूर करनी चाहिए. आइए जानते हैं हिमाचल प्रदेश के ऐसे ही 5 ऑफ बीट ट्रेवल डेस्टिनेशन्स के बारे में, जहां आप इत्मीनान से घूमते हुए नये साल का जश्न मना सकती हैं-
मलाणा गांव
मलाणा हिमाचल के सबसे खूबसूरत गावों में से एक है. यह पार्वती घाटी में स्थित है. यह गांव आधुनिक समय से अछूता है. यहां अभी भी पारंपरिक रीति-रिवाजों का पालन किया जाता है. यहां जमलू देवता की पूजा की जाती है. यहां जमलू मंदिर भी है. मलाणा के निवासी खुद को आर्यों का वंशज मानते हैं वहीं एक और किवदंति के अनुसार यहां के लोग खुद को सिकंदर के सैनिकों का वंशज मानते हैं. यहां एक ग्राम परिषद है, जिसमें 11 सदस्य होते हैं. ये सदस्य जो निर्णय लेते हैं, वही इस गांव में मान्य होते हैं. दिलचस्प बात ये है कि यहां की शासन व्यवस्था ग्रीक शासन व्यवस्था से मिलती-जुलती है. इसीलिए इसे हिमालय के एथेंस के नाम से भी जाना जाता है.
तीर्थन वैली
अगर आप ऐसे माहौल में नया साल मनाना चाहती हैं, जहां भीड़-भाड़ और शोर-शराबे का नामो-निशान ना हो, जहां आसपास नदियां और पहाड़ों के खूबसूरत नजारे हों तो आपको तीर्थन वैली घूमने जाना चाहिए. प्रकृति की गोद में बसी तीर्थन वैली में अगर आप एडेंवचर एक्सप्लोर कर रही हैं तो यहां रिवर क्रॉसिंग एक्टिविटी में शामिल हो सकती हैं. साथ ही आप यहां ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में ट्रेकिंग भी कर सकती हैं. अगर आपको फिशिंग पसंद है तो आप तीर्थन नदी में मछलियां पकड़ सकती हैं. इसके अलावा आप जलोरी पास भी ट्रेकिंग के लिए बेहतरीन जगह है. यहां से हिमालय के पहाड़ों का नजारा बेहद खूबसूरत नजर आता है.
चिटकुल
चिटकुल हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में एक छोटा सा गांव है. इंडो-तिब्बत बॉर्डर पर स्थित यह गांव समुद्र तल से 3450 की ऊंचाई पर स्थित है. यहां आप उस लास्ट स्पॉट तक जा सकती हैं, जहां बिना वीजा के जाने की परमिशन है. आमतौर पर यहां आने वाले सैलानी सांगला में ठहरते हैं और एक दिन में यहां घूमकर वापस चिटकुल चले जाते हैं. इस रास्ते में बास्पा नदी के किनारे चलते हुए डेस्टिनेशन पर पहुंचा जा सकता है. यहां के बर्फ से ढंके पहाड़, सेब के बागीचे, सरसों के खेत, ये सभी चीजें देखने में काफी खूबसूरत लगती हैं. यहां आलू और मटर की बढ़िया किस्मों की खेती की जाती है, लेकिन यहां का मौसम अक्सर बहुत ज्यादा ठंडा रहता है.
पब्बर वैली
पब्बर में आपको पहाड़ों का बेहतरीन एंबियंस देखने को मिलता है. यहां फलों के बागीचे और झरने देखने को मिलते हैं. साथ ही यहां पब्बर वैली की तरफ जाते हुए बहुत से छोटे-छोटे गांव पड़ते हैं. इस रास्ते में सेडार, ओक और बिर्च के पेड़ देखने को मिलते हैं. यहां आप कैंपिंग, वॉकिंग, राफ्टिंग और पैराग्लाइडिंग जैसी एक्टिविटीज का मजा ले सकती हैं.
शोजा
सेराज घाटी में स्थित है शोजा. यहां आप सरलोस्कर झील के किनारे सूरज डूबने के खूबसूरत नजारे का मजा ले सकती हैं. अगर आपकी नई-नई शादी हुई है तो पति के साथ इस खूबसूरत इलाके में नए साल की पार्टी करना आपके लिए अद्भुत एक्सीपरियंस होगा.