नई दिल्ली: टीम इंडिया का मौजूदा विश्व कप में अब तक प्रदर्शन शानदार रहा है. हालांकि एक विषय पर कड़ी आलोचना हो रही है और वह है एमएस धोनी का बल्लेबाजी फॉर्म. महान सचिन तेंदुलकर ने भी धोनी के इरादे पर सवाल खड़े किए थे. 1983 में भारत को विश्व कप चैंपियन बनाने वाले कप्तान कपिल देव ने धोनी का समर्थन किया है और उनके आलोचकों को लताड़ लगाई है. धोनी के आलोचकों ने उनके बारे में कहा कि उन्हें सर्वकालिक महान कहना सही नहीं है. इस पर कपिल देव ने आलोचकों को आड़े हाथों लिया. महेंद्र सिंह धोनी ने विश्व कप 2019 में 93. 39 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं, जो वैसे तो खराब नहीं दिखते, लेकिन इस दौरान उन्होंने कई धीमी पारियां खेली. धोनी को कई मौकों पर देखा गया कि वह रनगति बढ़ाने में कामयाब नहीं हुए जो कि अपने समय में वह बखूबी करते थे. धोनी की धीमी पारियों ने उनके आलोचकों को सवाल खड़े करने का मौका दिया. 38 वर्षीय धोनी को मैदान पर सबसे तेज दौड़ने वालों मे से एक के रूप में जाना जाता है व विकेट के पीछे उनका कोई सानी नहीं.
धोनी की उम्र को देखते हुए कपिल देव ने कहा कि लोगों को यह उम्मीद नहीं करना चाहिए कि माही अब वैसा ही खेलें, जैसे 20 साल की उम्र में खेलते थे. कपिल देव के हवाले से कहा गया, ´धोनी की आलोचना करना बहुत गलत है. जो सर्वकालिक महान क्रिकेटर कहलाते हैं, ऐसा उनके साथ होता है. वह दोबारा कभी 20 साल का नहीं हो पाएगा. ´