पटना : महान गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह के निधन के बाद फिर एक बार सरकारी व्यवस्था की खामियां नजर आई. पीएमसीएच में 2 घंटे तक उनका मृत शरीर स्ट्रेचर पर पड़ा रहा पर पीएमसीएच प्रबंधन एक एंबुलेंस तक की व्यवस्था उनके लिए नहीं कर पाया. उनके निधन की खबर के बाद वरिष्ठ पत्रकार मधुरेश, संतोष कुमार सिंह, अमिताभ ओझा, प्रभाकर कुमार, प्रकाश जी, अजय कुमार, डॉ विजय राज सिंह, भूषण कुमार सिंह, बबलू, शैलेश कुमार सिंह, अनूप नारायण सिंह, गुरुदेव रहमान, फिलिप्स संस्थान के अमरदीप झा,समाजसेवी रजनीकांत पाठक, पत्रकार मुरली मनोहर श्रीवास्तव और दर्जनों पत्रकारों के पहल के बाद प्रशासन की निंद्रा भंग हुइ. जिसके बाद उनके परिवार को एंबुलेंस मुहैया कराया गया. अब सोचा जा सकता है यह कैसा गौरव है. बता दे कि प्रख्यात गणितज्ञ डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह ने गुरुवार को पीएमसीएच में अंतिम सांस ली. अलबर्ट आइंस्टीन के सिद्धांत को चुनौती देने वाले वशिष्ठ नारायण सिंह की योग्यता का डंका देश-दुनिया में बजा. भोजपुर जिले के वसंतपुर गांव से शुरू हुआ सफर नासा तक पहुंचा, लेकिन युवावस्था में ही वे स्कित्जोफ्रेनिया (भूलने की बीमारी) से ग्रसित हो गए. दो दशक से वे गुमनामी में जी रहे थे.