झारखंड: मां ने स्कूल जाने को कहा तो बच्चे ने फांसी लगा ली. घटना के वक्त मां घर पर नहीं थी. मिली जानकारी के मुताबिक बच्चा स्कूल नहीं जाना चाहता था. मां ने इसी बात को लेकर उसे डांट दिया था. गौरतलब है कि इस घटना ने बच्चों में आत्महत्या की बढ़ती प्रवृत्ति की बहस को तेज कर दिया है. पहले भी ऐसी घटनाएं हुई है जहां बच्चों ने मोबाइल गेम खेलने से मना करने, पढ़ाई के लिए डांटने या पढ़ाई की उम्र में प्रेम-प्रसंग में पड़ने जैसी बातों से मना करने पर आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया. मामला रांची के तमाड़ थानाक्षेत्र का है.
12 वर्षीय नाबालिग द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने की ये घटना राजधानी रांची के तमाड़ थानाक्षेत्र अंतर्गत मानकीडीह की है. मृतक की पहचान दिलेश्वर मुंडा के रूप में हुई है. घटना के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक घटना वाले दिन दिलेश्वर स्कूल नहीं जाना चाहता था. वहीं, उसकी मां उसे स्कूल जाने को कह रही थी. स्कूल जाने से मना करने पर डांटा भी था.
मां हेनो देवी ने बताया कि उसे स्कूल जाने को कहा था, लेकिन, वह स्कूल नहीं जा चाह रहा था. इस पर उसकी मां ने उसे डांटा और घर से बाहर काम के लिए निकल गईं. जब घर लौटीं तो देखा कि घर का दरवाजा बंद था. दरवाजा तोड़कर घर में घुसी, तो देखा कि दिलेश्वर फंदे पर झूल रहा था. उसे आनन-फानन में उतारा गया, तब तक वह दम तोड़ चुका था. पिता की पहले मौत हो चुकी है. तमाड़ पुलिस को घटना की जानकारी मिली, तो मानकीडीह पहुंची. इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया. तमाड़ थाना प्रभारी दीपक कुमार ने कहा कि प्रथमदृष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है.