ऑड-इवन की तर्ज पर हायर सेकेंडरी की कक्षायें प्रारंभ,पहले ही दिन अपेक्षाकृत कम रही विद्यार्थियों की उपस्थिति, स्कूल पहुंचकर विद्यार्थियों ने दिखा उत्साह

बालाघाट. कोरोना संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए शासन के आदेशानुसार महिनों से स्कूल बंद थे. कोरोना की दूसरी लहर के चलते इस वर्ष हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी की परीक्षायें तक नहीं हो सकी थी. हालांकि इस दौरान ऑनलाईन के माध्यम से विद्यार्थियों की पढ़ाई जारी रही, लेकिन स्कूल बंद होने के महिनों बाद 26 जुलाई को स्कूलो में विद्यार्थियों की भौतिक उपस्थिति देखी गई. पहले दिन स्कूल पहुंचे विद्यार्थियों में उत्साह देखा गया है, 50 प्रतिशत संख्या के आधार पर कक्षाओं के संचालन करने के निर्देश के तहत उपस्थिति कम रही. हालांकि शिक्षकों का मानना है कि अभी स्कूल भेजने के लिए अभिभावक बच्चे को मानसिक रूप से तैयार नहीं है, लेकिन जल्द ही 50 प्रतिशत संख्या के आधार पर उपस्थिति आगामी दिनों मंे बढे़गी.  

स्कूल प्रबंधन ने कोरोना से बचाव को लेकर स्कूल आ रहे विद्यार्थियों के लिए व्यवस्था की है, मसलन कक्षाओं के सामने हैंडवाश करने से लेकर सेनेटाईजर और 50 प्रतिशत विद्यार्थियों के साथ, फिजिकल डिस्टेंस के साथ कक्षाओं का संचालन की व्यवस्था की है. वहीं स्कूल आने वाले विद्यार्थी और शिक्षक भी मॉस्क पहनकर आ रहे है. चूंकि सरकार ने स्कूलों के संचालन को प्रारंभ करने को लेकर कोरोना से बचाव को लेकर जारी एसओपी का पालन करने के स्पष्ट निर्देश दिये है. जिसका स्कूलो में पालन किया जा रहा है. हालांकि अब भी कहीं न कहीं कोरोना की तीसरी लहर को लेकर मानसिक दबाव स्कूल प्रबंधन, अभिभावकों और विद्यार्थियों में दिखाई दे रहा है.  

मिली जानकारी अनुसार हायर सेकेंडरी कक्षा 11 वीं एवं 12 वीं की कक्षाओं का संचालन ऑड-इवन की तर्ज पर किया रहा है. अर्थात 11 वीं की कक्षायें मंगलवार और गुरूवार को लगाई जायेगी. जबकि 12 वीं की कक्षायें सोमवार और शुक्रवार को लगेगी. महिनो बाद 26 जुलाई को स्कूल पहुंचे छात्र, छात्राओं ने बताया कि कोरोना कॉल में वैकल्पिक रूप से ऑनलाईन पढ़ाई जारी रही लेकिन स्कूल कक्षाओं में पढ़ाई और विषयों को समझने में जो आनंद आता है, वह ऑनलाईन पढ़ाई में नहीं आता है. 26 जुलाई को स्कूल पहुंचे सभी विद्यार्थियों के अभिभावकों द्वारा दिये गये सहमति के आधार पर ही विद्यार्थियों को कक्षाओं में बैठाया गया था.  


Web Title : HIGHER SECONDARY CLASSES STARTED ON THE LINES OF ODD EVEN, ATTENDANCE OF STUDENTS WAS RELATIVELY LOW ON THE FIRST DAY, STUDENTS SHOWED ENTHUSIASM WHEN THEY REACHED SCHOOL