रांची : एग्रीकल्चर एवं फूड समिट झारखंड के किसानों के लिए विश्व बाजार को सामने लाएगा. कृषि और किसान हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं. प्रधानमंत्री की अपेक्षा रही है कि सन 2022 तक इनकी आय दोगुनी की जाए. इसी क्रम में झारखंड के किसानों की खुशहाली के लिए ग्लोबल समिट का आयोजन किया जा रहा है. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने यह बात मुख्यमंत्री आवास में आयोजित एक चर्चा के दौरान कही.
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड देश का दूसरा राज्य है जो इतने बड़े स्तर पर ग्लोबल एग्रीकल्चर और फूड समिट का आयोजन कर रहा है. इससे पहले केवल गुजरात में ही ऐसा आयोजन हुआ था. यहां तक कि अविभाजित बिहार में भी ऐसा कोई ग्लोबल समिट कृषि पर आयोजित नहीं हुआ था.
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ज्ञान आधारित युग है. हमें यह शिद्दत से सोचना होगा कि किसानों की आय किस प्रकार दोगुनी की जा सकती है कृषि की लागत को कम करना और इसके उत्पादन को अधिक से अधिक बढ़ाना हमारा उद्देश्य है. यह एक ऐतिहासिक समय है. न केवल सरकार बल्कि यहां की सवा तीन करोड़ जनता के सहयोग से ऐसा आयोजन किया जाना संभव हो पा रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की महिलाएं खेती व्यवस्था की रीढ़ हैं. पशुपालन के क्षेत्र में महिलाओं का योगदान सबसे अधिक है. गरीबी को दूर करना और बेरोजगारी को मिटाने के उद्देश्य से ही बड़े उद्योगों के बजाय कुटीर उद्योगों का जाल राज्य में बिछाया जा रहा है.
झारखंड संभावनाओं से भरा हुआ राज्य है. कृषि, उद्योग व पर्यटन में संभावनाएं हैं. इस दौरान मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डा. सुनील कुमार वर्णवाल ने कहा कि गुरुवार को 271 करोड़ के निवेश के साथ 50 उद्योगों का शिलान्यास होगा.