बीसीसीएल में डैमरेज व अंडरलोडिंग पर सीएमडी ने जताई चिंता

धनबाद:   कोयला उत्पादन की अच्छी स्थिति के बावजूद बीसीसीएल को उतना आर्थिक लाभ नहीं हो रहा है, जितनी उम्मीद है. इसकी वजह ई-ऑक्शन कोयले का कम उठाव है. वहीं अंडरलोउिंग और डैमरेज से भी कंपनी को आर्थिक चपत लग रही है. जीएम को-ऑर्डिनेशन की बैठक में बीसीसीएल सीएमडी ने चिंता जताई. इस दिशा में एरिया महाप्रबंधकों को तत्काल पहल का निर्देश दिया. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ई-ऑक्शन कोयले की लिफ्टिंग यानी उठाव की स्थिति संतोषजनक नहीं है. कोयले की बुकिंग के बाद भी उठाव नहीं हो रहा है, जिससे कंपनी को आर्थिक नुकसान होता है. साथ ही ईएमडी रिफंड हो रहा है. पावर प्लांटों को भेजे जाने वाले कोयले से कंपनी को बहुत ज्यादा फायदा नहीं है. ई-ऑक्शन कोयले से ही आमदनी होती है. सीएमडी ने एरिया महाप्रबंधकों से अंडरलोडिंग और डैमरेज के रूप में दी गई पेनाल्टी पर रिपोर्ट तलब की है एवं तत्काल रोक लगाने को कहा है. डैमरेज और अंडरलोडिंग में पेनाल्टी के रूप में करोड़ों रुपए भुगतान किए गए हैं. नवंबर माह में कंपनी का उत्पादन बेहतर रहा. उत्पादन 3. 25 मिलियन टन व 3. 10 मिलियन टन कोयला डिस्पैच हुआ. नवंबर से ज्यादा दिसंबर महीने का लक्ष्य तय किया गया है. दिसंबर माह में 3. 833 मिलियन टन (38. 33 लाख टन) उत्पादन एवं चार मिलियन टन (40. 44 लाख टन) कोयला डिस्पैच का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. खराब प्रदर्शन करनेवाले एरिया महाप्रबंधकों को हिदायत दी गई कि दिसंबर में अपना प्रदर्शन सुधारें.