किसी भी किमत पर नही बेची जाएगी कुमारधुबी ईसाई कब्रगाह की ज़मीन, सुरक्षा को ले कि जा रही है चारदीवारी: अमातूस कुजूर

निरसा(बंटी झा) : इन दिनों कुमारधुबी के ईसाई समुदाय के कब्रगाह बेचे जाने की चर्चा जोरों पर है जिसे फादर अमातूस कुजूर ने सिरे से खारिज किया हैं, कुछ दिन पूर्व शिवलीबाड़ी पूरब पंचायत के ग्रामीणों ने शिवलीबाड़ी पूरब पंचायत के झील के समीप  ईसाई समुदाय द्वारा कब्रगाह के चारो दिशा में चारदीवारी निर्माण कर उक्त स्थान पर प्लोटिंग किया गया है


जिससे ग्रामीणों ने हस्ताक्षर अभियान चला कर प्रसाशन से उक्त जमीन नही बेचे जाने की गुहार लगाई थी तथा ग्रामीणों का कहना था कि इस जमीन को संस्था के द्वारा फ्लोटिंग कर बेचा जा रहा है. वही इस पूरे मामले में फादर अमातूस कुजूर ने प्रेसवार्ता कर सिरे से खारिज करते हुऐ कहा कि सन 1835 ब्रिटिस सरकार द्वारा 52 डिसमिल जमीन शिवलीबाड़ी पूरब पंचायत के झील के समीप ईसाई समुदाय को कब्रगाह के लिए दिया गया था जो कि बर्तमान में महज 24 डिसमिल जमीन ही बचा हुआ हैं शेष जमीन पर आस पड़ोस के लोगो द्वारा कब्जा कर मकान निर्माण की जा चुकी हैं, सिटी लाइव न्यूज कब्रगाह के इर्द गिर्द स्थानिए लोगो द्वारा मवेशी बांध दिया करते थे और तो और कब्रगाह के जमीन पर झोपड़ी खटाल भी बना कर मवेशी बांधना शुरू दिया हैं एवं उक्त जमीन पर कब्रगाह को क्षतिग्रस्त कर कब्रस्तान के अस्तित्व को खत्म करने पर आमादा थे,जिससे ईसाई समुदाय के लोग काफी मर्माहत थे.


कब्रगाह के अस्तित्व बचाने को लेकर उक्त जमीन पर चारो दिशा से चारदीवारी का निर्माण कराया गया है उस पवित्र स्थान के देख रेख के लिए सुरक्षा गार्ड के लिए एक झोपड़ीनुमा घर का निर्माण करवाया जा रहा हैं जिससे कुछ लोगो को खुशगवार नही गुजरा और उक्त जमीन के चारदिवारी निर्माण के कुछ हिस्से को क्षतिग्रस्त किया गया इसके कारण कब्रस्तान के अस्तित्व बचाने को लिए स्थानिए प्रसाशन से लेकर जिला प्रसाशन से कब्रगाह बचाने को लेकर गुहार लगाया हूँ चुकी उक्त जमीन ईसाई समुदाय के सस्था की जमीन हैं भविष्य में भी किसी के हाथों किसी भी किमत पर बेचा नही जा सकता हैं कुछ जनप्रतिनिधि उक्त खाली पड़े भू- खण्ड पर पंचायत भवन निर्माण को लेकर इक्षा जताए थे हमने स्वेक्षा से उक्त जमीन पर पंचायत निर्माण को लेकर कहा जिसमे कोई आपत्ति नही थी परंतु किसी कारणवश पंचायत भवन का निर्माण ना हो सके उसके पश्चात कब्रस्तान की चारो दिशा से चारदिवारी का निर्माण कराया गया ताकी ईसाई समुदाय के यह पवित्र अस्थल की घरोहर को बचाया जा सकें लेकिन चंद लोगो की वजह से आज कब्रगाह की अस्तित्व खतरे में हैं.


वही स्थानिए लोगो की मांग हैं कि उक्त जमीन परिषर को ग्रामीणों की किसी भी कार्य प्रयोजन में दी जाऐ क्योंकि की पूरे ग्राम में कोई भी ऐसा जमीन नही हैं जिस स्थल पर कोई समाजिक कार्यो को किया जा सके. वह स्थानीय झामुमो नेता गुलाम कुरैशी ने कहा कि अगर संस्था द्वारा कब्रगाह के जमीन को किसी के हाथों बेचने की मानसा है तो इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा