युवा संगठन ने भटकी हुई अबोध बच्ची को उसके परिवार से मिलाया

झरिया: झरिया की सामाजिक संस्था युवा संगठन ने रविवार को अपने परिवार से बिछुड़ कर भटक रही अबोध बच्ची को उसके परिवार से मिलाया.  

हुआ यूँ कि थाना मोड़-राजबाड़ी रोड पर रोती हुई एक अबोध बच्ची संस्था के सदस्यों को मिली. बच्ची को बुखार था और वह लगातार रोए जा रही थी. पूछने पर अपने घर का पता नहीं बता पा रही थी. संगठन सदस्यों ने अगल-बगल काफी पूछताछ की. लेकिन बच्ची के घर के सम्बन्ध में कोई जानकारी नहीं मिली. इसके बाद संगठन सदस्यों ने झरिया थाना में मामले की जानकारी दी. थाना में पुलिस पदाधिकारियों ने भी बच्ची के गुमशुदगी की कोई शिकायत थाना में आने की बात से इंकार कर दिया.

 चूँकि बच्ची बीमार थी, इसलिए युवा संगठन के सदस्यों ने उसका इलाज शहर के प्रसाद नर्सिंग होम में कराया. इसके बाद बच्ची के माता-पिता की जानकारी हासिल करने के लिए आसपास के इलाकों में, मसलन चौथाई कुल्ही, कतरास मोड़, सब्जी पट्टी, चार नंबर आदि में लोगों से पूछताछ की. लेकिन, बच्ची के अभिभावकों का कोई अता-पता नहीं चल पा रहा था. संगठन के सदस्य हैरान-परेशान थे. इसी बीच झरिया थाना से सूचना मिली कि वहां कोई महिला अपनी बच्ची के खोने की शिकायत लेकर पहुंची है. युवा संगठन के सदस्य भागे-भागे बच्ची को लेकर थाना पहुंचे. संयोगवश, वहां पर अपनी बच्ची के गुमशुदा होने की शिकायत लेकर पहुंची महिला ही उस बच्ची की माँ थी, जो संगठन सदस्यों को मिली थी.  

अपनी बच्ची को देखते ही माँ ने अपनी गोद में भर लिया और रोने लगी. इधर, बच्ची को अपनी माँ से मिल पुरसकून मिला. बिछड़ी बच्ची की माँ अंकिता साव ने बताया कि वे लोग फुसरो से झरिया एक रिश्तेदार की शादी में भाग लेने के लिए आईं थी. बच्ची का नाम विधि साव था. वह फुसरो निवासी विकास साव की पुत्री और गणेश साव की पौत्री थी. इस मौके पर युवा संगठन के सौरभ शर्मा, अनुराग सिंह, बलजीत सिंह, हर्ष सिन्हा, रॉकी साव आदि थे