नेताओं और प्रशासन को सद्बुद्धि देने दिव्यांगो ने किया हनुमान चालीसा का पाठ, दिव्यांग जरूर है लेकिन मेहनत की खाना मांग रहे अधिकार

बालाघाट. जहां कुछ लोग सब कुछ होते हुए भी दुनिया की छोटी-छोटी परेशानियों से परेशान होकर अपने जीवन से निराश हो जाते हैं. वहां कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जो लाख दिक्कतों के बाद भी अपने दम पर जिंदगी जीने, जिले के दिव्यांग, अपने हक और अधिकार के लिए लड़ रहे है. सात दिनों से लगातार मुख्यालय के आंबेडकर चौक के पास स्थित उद्यान मंे हड़ताल पर बैठे दिव्यांगो ने भुख हड़ताल के तीसरे दिन जिले के जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों को सद्बुद्धि देने की प्रार्थना को लेकर हनुमान चालीसा का पाठ किया.

प्रगतिशील दिव्यांग कल्याण समिति के अध्यक्ष अमन नामदेव ने बताया कि विगत एक सप्ताह से दिव्यांग अपने हक और अधिकार के लिए हड़ताल पर बैठे है और विगत तीन दिनो से तीन दिव्यांग भुख हड़ताल पर है, बावजूद जिले के किसी भी जनप्रतिनिधि और प्रशासन ने हमारी सुध लेने का प्रयास नहीं किया गया. जिनमें दिव्यांगो के प्रति सोच पैदा करने की सद्बुद्धि के लिए शनिवार को हमने हनुमान चालीसा का पाठ किया.  गौरतलब हो जिले मंे लंबे समय से अपने अधिकार को लेकर प्रगतिशील दिव्यांग कल्याण समिति के बैनर तले जिले के दिव्यांग, अपना संघर्ष जारी किए रखे है. कभी उनके आंदोलन को दिव्यांगो का मसीहा बताकर खत्म करने का काम जनप्रतिनिधियों ने किया लेकिन आश्वासन के बाद भी उन्हें हक नहीं दिला सके.  

जिले के दिव्यांग कलेक्टर दर से रोजगार दिए जाने, छात्रावास उपलब्ध कराने, विद्यालयों और महाविद्यालयों में दिव्यांगों को निःशुल्क शिक्षण देने,परीक्षा शुल्क माफ करने एवं दिव्यांग जनों को दी गई ट्राई साइकिल की रिपेयरिंग करने सहित अन्य मांगों को लेकर 28 जनवरी से नगर के आंबेडकर चौक गार्डन में हड़ताल पर बैठे है, लेकिन ना तो दिव्यांगजनों की हालत पर कोई ध्यान दे रहा है और ना ही उनकी मांगों पर. जिससे चलते दिव्यांगजन जिले के जनप्रतिनिधियों और प्रशासन से खासे नाराज है. 28 जनवरी से हड़ताल पर बैठे तीन दिव्यांगजनों ने 01 फरवरी से भुख हड़ताल प्रारंभ कर दी है, लेकिन उनकी तो दूर उनके स्वास्थ्य की जानकारी भी लेने नहीं पहुंचा. सशक्त समाज के बीच निःशक्त अपनी आवाज के सुनने वालों का इंतजार कर है, अब देखना है कि इनकी आवाज, कौन मानवता प्रेमी अपनी आवाज से बुलंद करता है.  प्रगतिशील दिव्यांग कल्याण समिति के अध्यक्ष अमन नामदेव ने हक और अधिकारों के लिए लड़ रहे दिव्यांगो की हड़ताल को समाप्त करने की खबर को भी भ्रामक बताते हुए कहा कि दिव्यांगो ने ठाना है, अब अधिकार लेकर ही घर जाना है.


Web Title : DIVYANGS RECITE HANUMAN CHALISA TO GIVE GOODWILL TO LEADERS AND ADMINISTRATION, DISABLED ARE DEFINITELY THERE BUT ARE DEMANDING THE RIGHT TO WORK HARD