बालाघाट. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राज्य सरकार प्रदेश के वामपंथी अतिवाद प्रभावित (एल. डब्ल्यू. ई. ) क्षेत्रों में विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराएगी, जिससे इनका समुचित विकास हो, यहां कानून व्यवस्था सुदृढ़ हो तथा स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर सुगम हों. मुख्यमंत्री श्री चौहान आज गोंदिया में बालाघाट जिले के कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक के साथ नक्सल प्रभावित (वामपंथी अतिवाद प्रभावित) क्षेत्रों की व्यवस्थाओं के संबंध में समीक्षा कर रहे थे.
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वामपंथी अतिवाद प्रभावित क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाले बालाघाट जिले के बैहर, बिरसा, परसवाड़ा, लांजी विकासखंडों में मनरेगा के अंतर्गत एक वर्ष में 100 दिवस के स्थान पर 200 दिवस का कार्य मजदूरों को दिया जाएगा. बैगा आदि अनुसूचित जनजाति वर्ग के व्यक्तियों के लिए स्थानीय तौर पर विशेष भर्ती अभियान चलाया जाएगा.
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वामपंथी अतिवाद प्रभावित क्षेत्रों में रोड कनेक्टिविटी के लिए विशेष योजना बनाई जाएगी तथा ऐसे इलाकों जहां मोबाइल नेटवर्क नहीं मिलता है, वहां मोबाइल नेटवर्क को मजबूत किया जाएगा. इन क्षेत्रों के कौशल विशेष को बढ़ावा देने के लिए कौशल विकास कार्यक्रम चलाए जायेंगे. साथ ही इन क्षेत्रों के स्थानीय उत्पादों को बाजार उपलब्ध करवाने के लिए व्यवस्था की जाएगी.
गौरतलब हो कि कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष संजयसिंह मसानी के पिता 88 वर्षीय घनश्यामदास मसानी का गत 18 नवंबर बुधवार को निधन हो गया था. जिनकी आज गुरूवार 19 नवंबर को अंत्येष्टी में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान गोंदिया पहुंचे थे.