खाद्य अधिकारी का निलंबन नहीं तो पहले महाकौशल फिर प्रदेश की सोसायटी होगी बंद-चौहान,बालाघाट के सहकारी कर्मचारियों की हड़ताल में प्रदेश पदाधिकारियों ने बोला हल्ला

बालाघाट. जिला खाद्य अधिकारी एच. एस. चौधरी द्वारा सहकारी समिति कर्मियों को भ्रष्टाचार बोलने और 23 केन्द्रो की धान उपार्जन के लिए स्थापना नही होने से मध्यप्रदेश राज्य सहकारी कर्मचारी महासंघ की जिला इकाई विगत चार दिनों से कामबंद अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. सोमवार को इस हड़ताल में प्रदेश अध्यक्ष वी. एस. चौहान के साथ प्रदेश पदाधिकारियों ने पहुंचकर हड़ताली साथियों का हौंसला बढ़ाते हुए हल्ला बोला.

प्रदेश अध्यक्ष वी. एस. चौहान ने साफ कहा कि जब तक सहकारी समिति कर्मियों को भ्रष्टाचारी बोलने वाले जिला खाद्य अधिकारी को निलंबित नहीं किया जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा और आगामी 2 दिनों में अधिकारी पर कार्यवाही नहीं होती है तो पहले महाकौशल की समस्त सोसायटी बंद होगी, जिसके बाद 25 अक्टूबर से पूरे प्रदेश की सहकारी समितियों को बंद कर प्रदेश के 55 हजार सहकारी कर्मचारी काम बंद हड़ताल पर चले जायेंगे. जिससे पूरे प्रदेश में सोसायटियों के माध्यम से किसानों को मिलने वाली सुविधायें और पीडीएस व्यवस्था को ठप्प कर दिया जायेगा.

जिला खाद्य अधिकारी एच. एस. चौधरी के सहकारी कर्मियों को भ्रष्टाचार कहे जाने वाले बयान को पूरे प्रदेश के सहकारी कर्मचारियों का अपमान बताते हुए इसका कड़ी निंदा और विरोध किया है. उन्होंने कहा कि अधिकारी के सहकारी कर्मचारियों को लेकर दिया गया बयान सहन नहीं किया जायेगा.

मध्यप्रदेश राज्य सहकारी कर्मचारी महासंघ की जिला इकाई द्वारा की जा रही हड़ताल मंे प्रदेश अध्यक्ष वी. एस. चौहान, कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष लखन यादव, प्रदेश महासचिव राजेन्द्र डांेगरे, दिनेश द्धिवेदी, रामकुमार दांगी, प्रदेश प्रवक्ता शफीक खान, कोषाध्यक्ष सलीम अंसारी, सदस्य मोहन पांडे, विदिशा जिलाध्यक्ष राजेन्द्र कटारे, खंडवा जिलाध्यक्ष श्री मिश्रीलाल, छिंदवाड़ा जिलाध्यक्ष गोविंद ओखटे, सिवनी जिलाध्यक्ष बंशी ठाकुर, जिलाध्यक्ष जबलपुर एवं कटनी राहुल तिवारी, नरसिंहपुर जिलाध्यक्ष राजकुमार कौरव, मंडला जिलाध्यक्ष अनिल साहु, राजेन्द्र पटेरिया, प्रशांत लांडे सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे. जिन्होंने एक साथ बालाघाट सहकारी कर्मचारियों की लड़ाई में हिस्सा लेकर उनका हौंसला बढ़ाया और उनकी लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाने का भरोसा जताया.  

बालाघाट में प्रदेश पदाधिकारियों की मौजूदगी में हड़ताल के चौथे दिन जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक में आयोजित सभा कार्यक्रम में बड़ी संख्या में जिले के सहकारी कर्मचारी साथी मौजूद थे. इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष वी. एस. चौहान ने कहा कि मामले को लेकर मुरैना पहुंचे सीएम को भी ज्ञापन दिया गया है, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई. सहकारी कर्मचारी पूरी निष्पक्षता के साथ अपने दायित्वों को अंजाम दे रहा है, बावजूद उसे अधिकारियों द्वारा अपमानित किया जा रहा है, जो घोर निंदनीय और आपत्तिजनक है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. जिले में सहकारी कर्मचारियों को भ्रष्टाचारी कहे जाने वाले जिला खाद्य अधिकारी को निलंबित करने, धान उपार्जन से छूटे 23 केन्द्रो की स्थापना करने और सालों से वेतन निर्धारण नहीं होने से परेशान सहकारी कर्मचारियों को नियमित करने की मांग को लेकर आयोजित सभा के बाद प्रदेश पदाधिकारियों की अगुवाही में जिला इकाई द्वारा जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर मांगो के निराकरण को लेकर कलेक्टर दीपक आर्य से चर्चा की गई.  

इस दौरान प्रदेश पदाधिकारियों के समक्ष जिला इकाई जिलाध्यक्ष पी. सी. चौहान द्वारा जिले में आ रही सहकारी कर्मचारियों की समस्याओं को रखते हुए उसे प्रदेश सरकार तक पहुंचाने की बात कही. हड़ताल के चौथे दिन आयोजित सभा का कुशल संचालन प्रदेश प्रतिनिधि दिनेश परिहार द्वारा किया गया. इस दौरान सहकारी कर्मचारी संघ जिलाध्यक्ष पी. सी. चौहान, उपाध्यक्ष एल. जे. बिसेन, एल. पी. सोनगढ़े, संरक्षक के. सी. टेंभरे, सचिव एम. पी. ठाकरे, प्रांतीय प्रतिनिधि दिनेश परिहार, सहसचिव कार्तिक बिसेन, कोषाध्यक्ष योगेन्द्र मातरे, राकेश पटले, महामंत्री चेतसिंह भगत, संगठन मंत्री जे. एल. पटले, प्रवक्ता शारदा परिहार, सूचना प्रसार मंत्री जियालाल लिल्हारे, बालाघाट शाखा अध्यक्ष चंद्रशेखर दुर्गवार, गोपाल लानगे, आर. एल. ऐड़े, बी. एल. ठाकरे, वारासिवनी शाखा अध्यक्ष सुरेन्द्र बिसेन, सुरेश पारधी सहित अन्य कर्मचारी साथी मौजूद थे.


Web Title : IF THE FOOD OFFICER IS NOT SUSPENDED, THE FIRST MAHAKAUSHAL WILL BE THE SOCIETY OF THE STATE, THE STATE OFFICIALS SPOKE IN A STRIKE BY THE COOPERATIVE EMPLOYEES OF BANDH CHAUHAN, BALAGHAT.