अब 22 अप्रैल तक जिले में रहेगा लॉकडाउन,आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में निर्णय,आवश्यक और जरूरी सामानों की होगी होम डिलेवरी

बालाघाट. जिले में कोरोना के मरीजों की निरंतर बढ़ती जा रही संख्या एवं उनके उपचार की व्यवस्था पर चर्चा के लिए आज 11 अप्रैल को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला आपदा प्रबंधन समूह की बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में तय किया गया कि जिले में कोरोना के मरीजों की तेजी से बढ़ती संख्या पर नियंत्रण करने एवं कोरोना संक्रमण की चौन को तोड़ने के लिए कड़े लाकडाउन की सख्त जरूरत है. अत सम्पूर्ण बालाघाट जिले में आगामी 22 अप्रैल तक लाकडाउन प्रभावी रहेगा और जिले हर नागरिक एवं समाज के सभी वर्गों को इसका कड़ाई से पालन करना होगा. बैठक में आम जन से अपील की गई कि बालाघाट जिले को कोरोना महामारी के संकट से बचाने के लिए लाकडाउन में किसी भी तरह की रियायत की अपेक्षा न करे और प्रशासन को इसे लागू करने में पूरी मदद करे. 12 अप्रैल को भी जिले में भी लॉकडाउन रहेगा. 22 अप्रैल तक लाकडाउन में आवाश्यक सेवायें पूर्व के लाकडाउन की तरह चालू रहेंगी. जरूरी एवं किराना सामान की पूर्व की तरह होम डिलिवरी की सुविधा प्रारंभ रहेगी. दूध वाले एवं सब्जी के हाथठेले वाले गलियों में घूमकर सब्जी, दूध का विक्रय कर सकेगें. अस्पताल जाने वाले मरीजों को नहीं रोका जायेगा. एटीएम खुले रहेंगें. शादी-विवाह, धार्मिक आयोजन एवं सामाजिक कार्यक्रमों की लाकडाउन में अनुमति नहीं रहेगी.  

जिले में तेजी से कोरोना की रफ्तार बढ़ रही है. जिले में बीते 10 अप्रैल तक प्राप्त रिपोर्ट में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 487 हो गई है. 9 अप्रैल को सर्वाधिक 112 मरीजांे के कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद 10 अप्रैल को 102 नये मरीज कोरोना पॉजिटिव पाये गये है. इस प्रकार बालाघाट जिले में 10 अप्रैल 2021 तक कुल 4020 कोरोना पॉजिटिव पाये गये है. जिले मे अब तक 19 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है. कोरोना पॉजिटिव 487 मरीजों में से 377 मरीजों को होम आईसोलेशन में रखा गया है. 70 मरीजों को अस्पताल के आईसोलेशन बेड पर रखा गया है. 27 मरीजों को आक्सीजन सप्लाई वाले बेड पर रखा गया है और 13 मरीजों को आईसीयू में रखा गया है.  

11 अप्रैल को आयोजित आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में राज्यमंत्री रामकिशोर नानो कांवरे, पूर्व मंत्री एवं विधायक गौरीशंकर बिसेन, खनिज विकास निगम के अध्यक्ष एवं वारासिवनी विधायक श्री प्रदीप जायसवाल, लांजी विधायक सुश्री हिना कावरे, बैहर विधायक संजय उईके, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी, अपर कलेक्टर फ्रेंक नोबल ए, व्यापारी वर्ग, सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे.

बैठक में तय किया गया कि जिले में कोरोना के मरीजों की तेजी से बढ़ती संख्या पर नियंत्रण करने एवं कोरोना संक्रमण की चौन को तोड़ने के लिए कड़े लॉकडाउन की सख्त जरूरत है. सम्पूर्ण बालाघाट जिले में आगामी 22 अप्रैल तक लॉकडाउन प्रभावी रहेगा और जिले हर नागरिक एवं समाज के सभी वर्गों को इसका कड़ाई से पालन करना होगा. बैठक में आम जन से अपील की गई कि बालाघाट जिले को कोरोना महामारी के संकट से बचाने के लिए लाकडाउन में किसी भी तरह की रियायत की अपेक्षा न करे और प्रशासन को इसे लागू करने में पूरी मदद करे. 12 अप्रैल को भी जिले में भी लाकडाउन रहेगा.

कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए किये जा रहे बेड के इंतजाम

राज्य मंत्री कावरे ने बैठक में कहा कि जिले में कोरोना पाजेटिव मरीजों के उपचार के लिए पर्याप्त संख्या में बेड का इंतजाम किया जा रहा है. बालाघाट में 350 बेड की व्यवस्था की जा रही है. लांजी, बैहर, परसवाड़ा, कटंगी एवं वारासिवनी में भी आक्सीजन सप्लाय वाले बेड का इंतजाम किया जा रहा है. जिससे जिला चिकित्सालय में कोरोना मरीजों का दबाव कम किया जा सकेगा. सभी लोग सामाजिक, धार्मिक एवं वैवाहिक आदि कार्यक्रम को संभव हो तो रोक दे. विधायक गौरीशंकर बिसेन ने बैठक में कहा कि इस बार कोरोना से मरने वाले लोगों की संख्या अधिक हो रही है. अतः अब पहले की तुलना में अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है. हम सभी तय कर लें कि भीड़ वाले शादी-विवाह, धार्मिक कार्यक्रम में शामिल न हों. खनिज विकास निगम के अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल ने कहा कि इस बार कोरोना का असर गत वर्ष से ज्यादा है अतः हम सभी लाकडाउन को प्रभावी बनाने में प्रशासन का करें. उन्होंने खैरलांजी में भी कोविड मरीजों के उपचार के लिए बेड का इंतजाम करने की आवश्यकता बताई. विधायक सुश्री हिना कावरे ने कोरोना टेस्ट बढ़ाने एवं कोविड वेक्सीन टीकाकरण को प्रभावी बनाने तथा प्रायवेट क्लिनिक में सीटी स्केन के रेट लिखे जाने की सलाह दी. बैहर विधायक श्री संजय उईके ने ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के प्रति जागरूकता की कमी को दूर करने की आवश्यकता बतायी और मलाजखंड में भी कोविड मरीजों के उपचार की व्यवस्था करने कहा.

आवश्यक और जरूरी सामानों की होगी होम डिलेवरी

कलेक्टर आर्य ने बैठक में बताया कि जिले में 22 अप्रैल तक लॉकडाउन प्रभावी रहेगा. कोरोना मरीजों की संख्या को देखकर 22 अप्रैल के बाद लॉकडाउन को बढ़ाने या कम करने पर विचार किया जायेगा. 22 अप्रैल तक लाकडाउन में आवाश्यक सेवायें पूर्व के लाकडाउन की तरह चालू रहेंगी. जरूरी एवं किराना सामान की पूर्व की तरह होम डिलिवरी की सुविधा प्रारंभ रहेगी. दूध वाले एवं सब्जी के हाथठेले वाले गलियों में घूमकर सब्जी, दूध का विक्रय कर सकेगें. अस्पताल जाने वाले मरीजों को नहीं रोका जायेगा. एटीएम खुले रहेंगें. शादी-विवाह, धार्मिक आयोजन व सामाजिक कार्यक्रमों की लॉकडाउन में अनुमति नहीं रहेगी. ग्रामीण क्षेत्रों में भी पट प्रतियोगिता का आयोजन नहीं होगा. कोविड वेक्सीन का टीकाकरण निरंतर चलते रहेगा.

सामाजिक संस्थाओं और शैक्षणिक संस्थाओं ने मरीजों के लिए बेड उपलब्ध कराने भरी हामी

कलेक्टर श्री आर्य ने बैठक में बताया कि पड़ोसी गोंदिया एवं नागपुर में कोरोना के अधिक मरीज होने के कारण बालाघाट जिले के मरीजों के लिए इन शहरों में बेड मिलना मुमकिन नहीं रहेगा. अतरू जिला प्रशासन बालाघाट जिले में पर्याप्त बेड का इंतजाम कर रहा है. जिला मुख्यालय बालाघाट में जिला चिकित्सालय, प्रायवेट अस्पताल एवं सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से 350 बेड का इंतजाम किया जा रहा है. इसके अलावा लांजी में 50, बैहर में 50, परसवाड़ा में 50, कटंगी एवं वारासिवनी में 50-50 बेड का इंतजाम किया जा रहा है. जिले में आक्सीजन एवं रेमडीविसिर दवा की कोई कमी नहीं है. कोविड मरीजों के लिए महावीर इंटरनेशनल एवं अन्य जैन संस्थाओं की ओर से 100 बेड का कोविड केयर सेंटर, सिंधी समाज की ओर से 50 बेड का कोविड केयर सेंटर एवं जिला प्रशासन की ओर से 50 बेड का कोविड केयर सेंटर बनाया जा रहा है. सरदार पटेल कालेज अपना 50 बेड का अस्पताल भी कोरोना मरीजों के लिए उपलब्ध करा रहा है.

आम जनता घबराये नहीं

कलेक्टर ने कहा कि आम जनों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है, लाकडाउन में प्रशासन को सहयोग करने की जरूरत है. रेमडीविसिर इन्जेक्शन जिले में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. मेडिकल स्टोर्स से यह मरीज के आधार कार्ड, कोरोना पाजेटिव रिपोर्ट एवं डाक्टर की सील लगी पर्ची प्रस्तुत करने पर ही दिया जायेगा.  

रेमडीविसि दवा की कमी नहीं

बैठक में डॉ बी एम शरणागत ने बताया कि रेमडीविसिर दवा कोरोना का स्थायी ईलाज नहीं है. इसका उपयोग ऑक्सीजन लेबल बहुत कम होने एवं फेफड़ों में संक्रमण बहुत अधिक होने पर ही किया जाता है. उन्होंने आम लोगो से अपील की कि इस बार का कोरोना संक्रमण 18 से 40 वर्ष के लोगों को भी प्रभावित कर रहा है और इसका वायरस तेजी से अपना स्वरूप बदल रहा है. अतरू इस माहमारी से लोगों को बचाने के लिए हम अपने व्यापार एवं आर्थिक नुकसान की कुछ दिनों के लिए चिंता छोड़ दें और मानवता को बचाने के लिए 22 अप्रैल 2021 तक के लाकडाउन में पूरा सहयोग करें. डॉ रोहित गुप्ता ने भी कहा कि रेमडीविसियर इन्जेक्शन कोरोना के उपचार में बहुत जरूरी नहीं है और लोगों को इसकी उपलब्धता को लेकर चिंतिंत होने की जरूरत नहीं है.


Web Title : NOW, LOCKDOWN TO REMAIN IN THE DISTRICT TILL APRIL 22, DISASTER MANAGEMENT COMMITTEE MEETING TO DECIDE, HOME DELIVERY OF ESSENTIAL AND ESSENTIAL COMMODITIES