बालाघाट. जिले के दूरस्थ क्षेत्रों की छात्राएं गोंगलई कन्या छात्रावास में रहकर शिक्षा प्राप्त कर रही है, लेकिन छात्रावास में उन्हें मुलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही है और न ही उनके साथ व्यवहार अच्छा किया जा रहा है. जिससे ही नाराज होकर एकजुट हुई छात्राओं ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया है. छात्राओं के प्रदर्शन की जानकारी लगते ही मौके पर प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने प्रदर्शनकारी छात्राओं को समझाइस दी है और कार्रवाई कर आश्वासन दिया है. वहीं इस मामले में प्राचार्य वायके डोंगरे ने छात्राओं की नाराजगी को लेकर छात्रावास को मुलभूत सुविधाए न मिलने को जिम्मेदार ठहराया है.
प्रदर्शन कर रही छात्राएं पलक कुसरे, रोहिणी परते, आरती वड़कड़े समेत अन्य ने बताया कि छात्रावास में ठीक तरह से खाना नहीं मिलता है और दाल में चावल का पानी मिलाया जाता है. सुबह नास्ता भी कम दिया जाता है. जिसके लिए कहने पर ठीक तरह से व्यवहार नहीं किया जाता है और कहा जाता है कि जितना मिल रहा है उतना ही बहुत है.
छात्राओं ने बताया कि छात्रावास में ठीक तरह से खाना नहीं मिलने के कारण छात्राओं की तबियत खराब हो रही है और छात्राओं से संबंधित बीमारी होने पर महिला जिम्मेदार न हो पाने के कारण वे लोग अपनी समस्याओं को बता नहीं पा रहा है. वहीं किसी प्रकार की भी बीमारी होने पर िासिर्फ पैरासिटामाल की दवा दी जाती है.
छात्राओं ने बताया कि जब बड़ी कक्षाओं की छात्राएं विरोध करने छात्रावास बाहर निकली तो छात्रावास प्रबंधन के लोगों ने छोटी स्कूल कक्षा छठवीं, सातवीं एवं आठवीं की छात्राओं को कक्षों में बंद कर दिया गया और ताला लगा दिया गया था लगातार ताला खोलने की बात कहने पर भी ताला नहीं खोला गया है. जिसके चलते छात्राओं ने ही हिम्मत दिखाकर किसी तरह से तालों को तोड़कर बाहर निकली है.
छात्राओं को समझाइस देने पहुंचे अपर कलेक्टर शिवगोविंद मरकाम, डिप्टी कलेक्टर, नगर निरीक्षक केएस गेहलोत समेत अन्य अधिकारियों से छात्राओं ने दो टूक कहा कि प्राचार्य छोटी-छोटी बातों पर परेशान करते है सबकुछ निःशुल्क होने के बाद भी कोचिंग के नाम पर 9 हजार रुपये मांगे जाते है. इसके साथ ही अन्य समस्याएं है जिसके चलते ही प्राचार्य को तत्काल ही हटाया नहीं गया तो समस्त छात्राएं छात्रावास छोड़ देंगी और अपने-अपने घरों को वापस चली जाएगी. जिसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी.
इनका कहना
छात्राओं की अव्यवस्थाओं की शिकायत की है और अधीक्षक को पदस्थ करने की मांग की है. हमारे पास 11 पद रिक्त है जिसके बदले में अंशकालीन कर्मचारी नियुक्त किए गए है वहीं दो अधीक्षका के पद है लेकिन अधीक्षकायें का पद ले नहीं रहे है. वहीं पानी की व्यवस्था ठेकेदार द्वारा नहीं की गई है. वहीं 2022-23 का फंड नहीं मिला है. पिछले वर्ष के फंड से छात्राओं को गणवेश एवं पुस्तकों का वितरण किया गया है. वहीं खाना को लेकर भी व्यवस्था को दुरुस्त करने का प्रयास किया जायेगा और गलत व्यवहार करने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी. समस्याये होने से प्राचार्य को भी परेशानी हो रही है.
-वायके डोंगरे, प्राचार्य, कन्या छात्रावास
गोंगलई कन्या छात्रावास की छात्राओं ने छात्रावास में मुलभूत सुविधाएं नहीं मिलने के साथ ही प्राचार्य व अन्य स्टाफ का व्यवहार उचित न होने की शिकायत की है. इस मामले में कलेक्टर महोदय को अवगत कराया गया है और उचित जांच कर कार्रवाई की जाएगी.
शिवगोविंद मरकाम, अपर कलेक्टर, बालाघाट