सूदखोर से तंग आकर बीसीसीएल कर्मी ने की आत्महत्या, फेसबुक पर छोड़ा सुसाइड नोट

झरिया: झरिया थाना  क्षेत्र विक्ट्री निवासी सह बीसीसीएल कर्मी सतेंद्र ने सूदखोरों से तंग आकर अपने घर में फांसी लगा कर आत्महत्या कर लिया.

आत्महत्या से पहले कर्मी ने फेसबुक पर भी सुसाइड नोट वायरल किया था, फेसबुक पर  सुसाइड नोट वायरल को देख घरवालों व आसपास पड़ोसियों को पैरों तले से ज़मीन खिसक गया. लोगों ने इसकी सूचना झरिया पुलिस को दी.  

झरिया थाना सब इंस्पेक्टर दिलीप टूडू एवं एसआई गोपाल कुमार, दीपक दुवेदी दलबल के साथ पहुचे. पुलिस सुसाइड नोट के जरिए छानवीन में जुट गयी है.  

परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया. जब बीसीसीएल कर्मी की आत्महत्या का कारण पूछा गया तो मृतक के पत्नी ममता देवी ने बताया कि सुखखोर हरि रवानी हमेशा हमारे पति को पैसे के लिए तंग कर रहा था. सूदखोर के आतंक से तंग आकर उसने यह कदम उठाया.  

मृतक के पुत्री अंजली कुमारी ने कहा कि गोधर रवानी बस्ती के रहने वाले हरि रवानी ने ही मेरे पिता का जान लिया हैं.   हरि रवानी ड्यूटी के दौरान भी परेशान करता हैं, घर में भी आकर धमकी देता था,  पापा उनसे 50 हजार रुपए लिया था,  हरि रवानी बोल रहा है कि 50 हजार नही 50 लाख लिया हैं.

50 लाख रुपए दो नही तो बेटी को जान से मार देगें, हमेशा पापा को पैसा दो पैसा दो कह कर प्रताड़ित करता था. सूदखोर एटीएम और बैंक का पाबसबुक भी रखे हुए हैं.  

मजबूरी का फायदा ऐसे उठा रहे सूदखोर

हस्ताक्षर रकम देने के पहले सूदखोर कोरे चेक व कोरे स्टाम्प में हस्ताक्षर करा लेते हैं. बाद में इन्हें वह शस्त्र के रूप में इस्तेमाल करते हैं. सूदखोर जब किसी को ब्याज पर रकम देते है तो पीडि़त द्वारा हस्ताक्षरित यह कोरा स्टाम्प सूदखोरों के लिए हुकुम का इक्का होता है. इसके जरिए पहले तो वे मनमाने ढ़ंग से पीडि़त से रुपए वसूलते हैं. अंततः पीड़ित सूदखोर से तंग आकर आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाते हैं.