धनबाद बीजेपी ने मनाई डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जयंती समारोह

धनबाद. भारतीय जनता पार्टी धनबाद जिला की ओर से डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी की जयंती के अवसर पर इंडस्ट्री कॉमर्स एसोसिएशन के सभागार में जिला अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह जी की अध्यक्षता में डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी जयंती समारोह की गई.

इस अवसर पर आज के कार्यक्रम के मुख्य वक्ता बोकारो के विधायक श्रीमान बिरंचि नारायण जी ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की सरकार डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के सिद्धांतों और आदर्शों पर चल रही है. इसलिए जब चीन ने भारत की तरफ आंख उठाई तो नरेंद्र मोदी सरकार ने मुंह तोड़ जवाब दिया और यह संदेश दिया कि भारत अब बदल गया है यह 1964 का भारत नहीं है यह नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व की मजबूत सरकार है. मजबूत देश है.

उन्होंने कहा समतामूलक समाज व अखंड भारत की संकल्पना के पोषक आपके विचार आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अत्यंत अनुसरणीय हैं. प्रखर राष्ट्रवादी, महान शिक्षाविद और भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देश की एकता एवं अखंडता के लिए दिया गया. उनका बलिदान और राष्ट्र के प्रति उनका निःस्वार्थ सेवाभाव देशवासियों के लिए हमेशा प्रेरणास्पद रहेगा.  

डॉ. मुखर्जी ने शिक्षा और औद्योगिक क्षेत्र में सुधार के लिए भी बहुत अभिनव कार्य किये. वह शिक्षा की गुणवत्ता और शोध कार्यों के भी बहुत बड़े पक्षधर थे. कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाए रखने एवं देश की एकता और अखंडता के लिए उनका समर्पण और बलिदान देशवासियों को सदैव प्रेरित करता रहेगा.

डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने देश की एकता,अखंडता व भारतीय सांस्कृतिक विरासत को सर्वोपरि रखा. कलकत्ता विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में भारतीय भाषाओं को प्रमुखता देने से लेकर देश की अखंडता अक्षुण्ण रखने हेतु उनका बलिदान,हर कार्य चिर स्मरणीय व प्रेरणादायक है.

इस अवसर पर धनबाद नगर निगम के पूर्व महापौर चंद्रशेखर अग्रवाल ने कहा किविविधताओं से भरा भारत एक विधान, एक निशान और एक प्रधान की धारणा पर चले इस दिशा में अंतिम साँस तक संघर्षरत रहे भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्री श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी थे. कश्मीर को भारत से जोड़ने में उनका योगदान युगों-युगों तक स्वर्णिम अक्षरों में अंकित रहेगा.

कार्यक्रम का संचालन जिला मीडिया प्रभारी मिल्टन पार्थसारथी ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन राम प्रसाद महतो ने किया.

कार्यक्रम में मुख्य रूप से जियाडा के  स्वतंत्र निदेशक सत्येन्द्र कुमार, रामदेव महतो, धर्मजीत सिंह, नितिन भट्ट, संजय झा, विष्णु त्रिपाठी, सावित्री पासवान, स्वरूप भट्टाचार्य, अमलेश सिंह, अशोक सिंह, चंद्रशेखर मुन्ना, सुशील सिंह, आशा पांडे, जयंत चौधरी,तमाल राय, अरुण सिंह, मौसम सिंह, निर्मल प्रधान, दिलीप सिंह, राज कुमार मंडल, सुशील सिंह, रमा सिन्हा, संतोषी आनंद, किरण सिंह, कपूर रवानी,सहित अन्य उपस्थित थे.