धनबाद: सांतवी कक्षा के छात्र का अविष्कार, बनाया जान बचाने वाला हेलमेट

धनबाद: देश के विकास में युवाओं की सबसी बड़ी भूमिका होती है. जितना देश का युवा हुनरमंद होता है उतना ही देश तेजी से विकास करता है. ऐसा ही देश का हुनर झारखंड के धनबाद में देखा गया. दरअसल धनबाद आईआईटी (ISM) के छात्रों ने कर्तव्य संस्था के दसवें वार्षिकोत्सव पर विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया. इसमें DPS के सातवीं कक्षा के छात्र मोहन अनंदा चक्रवती ने एक स्मार्ट हेलमेट का प्रदर्शन किया, जिसकी खासयत देखकर हर कोई हैरान रह गया.

देश में बढ़ रहे सड़क हादसों को ध्यान में रखकर ये हेलमेट बनाया गया है. डीपीएस छात्र का कहना है कि हेलमेट को इस तरीके से बनाया गया है कि अगर चालक ने शराब पी होगी और स्मार्ट हेलमेट को पहनकर बाइक चलाने की कोशिश करेगा तो उसकी बाइक स्टार्ट ही नहीं होगी. दरअसल, इस सिस्टम के जरिए हेलमेट में एक स्विच लगाया जाता है जो बाइक से कनेक्ट रहेगा. जब चालक हेलमेट पहनेगा तो स्विच ऑन हो जाएगा और सिस्टम काम करने लगेगा. इसके बाद बाइक स्टार्ट नहीं होगी.

दूसरी खासियत यह है कि यह पूरा सिस्टम बैटरी से काम करेगा. अगर बैटरी डाउन होती है तो इसकी सूचना भी चालक को मिलती रहेगी. अगर वोल्टेज 40 प्रतिशत से कम होगा तो इसका संकेत मिल जाएगा जिसका मतलब होगा कि अब बैटरी को चेंज करने का समय आ गया है.

तीसरी खूबी यह भी है कि बाइक से हेलमेट कनेक्ट रहने की वजह से बाइक स्टार्ट के लिए हेलमेट पहनना भी जरूरी होगा, जिससे दुर्घटनाओं में कमी होगी.

आपको बता दें कि इस सिस्टम को तैयार करने में दो दिन का समय लगा है. सिस्टम में आरएफ मॉड्यूलर, अल्कोहलिक सेंसर, 1 के का चार रजिस्टर वायर, रिले, बैटरी कैप, पुश स्विच लगाया जाता है. मोहन अनंदा चक्रवती का कहना है कि भारत मे हर दिन बाइक दुर्घटना में 3300 लोगो की जान जाती है. करीब 70 प्रतिशत बगैर हेलमेट के बाइक चलाने वाले होते हैं.  

इसके साथ ही उन्होंने बताया कि अपने इस तकनीक को पेटेंट कराने के लिए भारत सरकार के अधिनस्त संस्था एमएसएमई को एक दिन पहले ही पत्र लिखा है. इसके अलावा ही प्रोडक्ट को लार्ज स्केल में तैयार करने के लिए लोन की मांग भी की है.