धनसार जगन्नाथ मंदिर : महास्नान के बाद 15 दिनों के अज्ञातवास में गए भगवान जगन्नाथ

धनबाद. शुक्रवार को स्नान पूर्णिमा के अवसर पर धनसार जगन्नाथ मंदिर में विधि विधान से भगवान जगन्नाथ को स्नान कराया गया. महास्नान के बाद भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा और बलभद्र 15 दिनों के अज्ञातवास पर चले गए.

लॉक डाउन की वजह से इस बार स्नान पूर्णिमा को मंदिर का पट बंद रहा. मंदिर कमिटी द्वारा भक्तों से अपने अपने घरों में ही भगवान जगन्नाथ की पूजा अर्चना करने की अपील की गई.

मंदिर पुजारी देवाशीष पांडा समेत पांच लोगों ने पूजा अर्चना कार्यक्रम को सम्पन्न किया. वैदिक मंत्रोचारण, पारंपरिक वाद्ययंत्रों व जयकारे से पूरा मंदिर परिसर गूंज उठा.

अनुष्ठान प्रातः मंगला आरती के साथ आरंभ हुआ. इसके बाद वेदी पूजन के उपरांत भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र को मंदिर के गर्भ स्थल से उठाकर मंडप पर लाया गया. इसके बाद महास्नाना का कार्यक्रम शुरू हुआ.

108 घट सुगंधित जल से भगवान को स्नान कराया गया. स्नान आदि के बाद भगवान को पोशाक पहनाया गया. भगवान के अज्ञातवास पर चले जाने के बाद कपाट बंद कर दिया गया.

मंदिर कमेटी के संयुक्त सचिव महेश्वर राउत ने बताया कि मान्यता है कि 108 घट जल से स्नान करने के बाद भगवान बीमार हो जाते हैं और विश्राम में चले जाते हैं. भगवान 15 दिनों तक अनशन भवन में रहेंगे.

महेश्वर राउत ने बताया कि 21 जून काे भगवान अज्ञातवास से लाैटेंगे. इस अवसर पर नेत्र उत्सव मनाया जाएगा. इस नेत्र उत्सव के साथ भगवान अपने भक्तों को दर्शन देंगे. नेत्र उत्सव के बाद भगवान की रथ यात्रा निकलती है. इस बार अाषाढ़ शुक्लपक्ष द्वितीया पर भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा की तिथि 23 जून है.

उन्होंने बताया लॉक डाउन के कारण इस बार रथ यात्रा का नगर भ्रमण पर संसय है. जिला प्रशासन, मंदिर कमिटी मिलकर इसपर आगे परिस्थिति अनुसार निर्णय लेगी.