गर्भपात के बाद इलाज को आई महिला को डॉक्टर ने भगाया

सदर अस्पताल से वासेपुर निवासी शबनम परवीन नामक (21 वर्ष) महिला मरीज को बिना इलाज भगाए जाने का मामला सामने आया है. घटना सोमवार सुबह की है. गर्भपात के बाद महिला बच्चादानी साफ करवाने सदर अस्पताल आई थी. आरोप है कि वहां महिला चिकित्सक ने उसके साथ बदसलूकी की और भगा दिया. इस मामले की शिकायत सदर के नोडल ऑफिसर डॉ राजकुमार सिंह से की गई है.

जानकारी के अनुसार महिला पहली बार गर्भवती हुई थी. उसे कुछ समस्या हुई तो उसने वासेपुर के एक डॉक्टर को दिखाया. डॉक्टर ने अल्ट्रासोनोग्राफी करवाई. अल्ट्रासोनोग्राफी की रिपोर्ट के अनुसार उसका गर्भपात (मिसकैरेज) हो गया था. डॉक्टर ने उसे बच्चादनी साफ करवाने की सलाह दी ताकि भविष्य में उसे कोई समस्या न हो. आर्थिक रूप से कमजोर महिला डॉक्टर की सलाह के बाद मदद के लिए शाहबाज सिद्दीकी मेमोरियल के फाउंडर समाजसेवी इरशाद से मिली और सारी घटना बताई. इरशाद की सलाह पर बच्चादानी साफ करवाने के लिए वह सोमवार की सुबह सदर अस्पताल गई थी. वहां ओपीडी की पर्ची लेकर डॉक्टर से मिली. महिला का आरोप है कि डॉक्टर उसकी रिपोर्ट को देखकर उसके साथ बदतमीजी से बात करने लगी. डॉक्टर ने यह कहते हुए मरीज को बिना इलाज किए भगा दिया कि सीजर करवाने प्राइवेट हॉस्पिटल में जाती हो और वाशिंग करवाने के लिए सदर अस्पताल आ जाती हो. इसके बाद महिला ने प्राइवेट अस्पताल में जाकर बच्चादानी साफ करवाई. इस घटना पर इरशाद ने नाराजगी जताते हुए कहा है कि वे लोग रक्तदान के माध्यम से हमेशा सरकारी अस्पतालों की मदद करते रहते हैं. बावजूद सरकारी अस्पतालों में मरीज के साथ ऐसा व्यवहार मरीज की जान से खिलवाड़ करने जैसा है. इरशाद के अनुसार उन्होंने इस मामले में सदर के नोडल पदाधिकारी डॉ राजकुमार सिंह से भी बात की और मामले की शिकायत की. इस मामले में डॉ राजकुमार सिंह ने कहा है कि इस मामले की जांच कराई जाएगी. भुक्तभोगी शिकायत करें. अभी तक किसी ने शिकायत नहीं की है.