केंद्र सरकार द्वारा किये गये श्रम कानूनों में बदलाव के खिलाफ श्रम संगठनों ने मुगमा क्षेत्रीय कार्यालय पर किया प्रदर्शन

निरसा (रिपोर्ट- बी के सिंह) :- श्रम शक्ति के खिलाफ केंद्र सरकार द्वारा किये गये बदलाव से आक्रोशित श्रम संगठनों ने सात सूत्री मांगों के समर्थन में  ईसीएल मुगमा क्षेत्रीय कार्यालय पर आज प्रदर्शन किया. प्राप्त समाचार के अनुसार शुक्रवार को केंद्र सरकार द्वारा कोयला उद्योग में मजदूर हितों के खिलाफ श्रम कानूनों में किये गए बदलाव, नियोक्ता के पक्ष में कानून, काम की अवधि 8 घंटे से बढ़ाकर 12 घंटे करने तथा प्रवासी मजदूरों की सुरक्षित घर वापसी और उन्हें रोजगार प्रदान करने तथा 7 सूत्री मांग को लेकर मुग्मा क्षेत्रीय कार्यालय के समक्ष संयुक्त मोर्चा के बैनर तले विरोध प्रदर्शन किया.     वक्ताओं ने कहा कि सरकारी सलाह के बावजूद लॉग डॉन के दौरान प्रशासनिक आदेशों का उल्लंघन करके छटनी, वेतन भुगतान में कटौती, सेवा शर्तों में बदलाव, प्रतिबंधों के उल्लंघन करते हुए काम के लिए मजबूर करने वाले,   प्रवासी मजदूरों का घर वापसी सुरक्षित किया जाए तथा जरूरतमंदों को भोजन और स्वास्थ्य की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त धनराशि आवंटित किया जाए, औद्योगिक हादसों तथा घर लौटने के दौरान मजदूरों की मौत पर  पर्याप्त मुआवजा  दिया जाय, सभी परिवारों के बैंक खाते में न्यूनतम ₹7500  नगद भेजा जाना सुनिश्चित किया जाए तथा सार्वभौमिक शासन प्रणाली ग रां टी किया जाए डॉ स्वास्थ्य और अन्य आगर पंक्ति कर्मचारियों के लिए पर्याप्त सुरक्षात्मक उपकरणों पी पी की ब्यवस्था की जाय,   ₹5000000 का बीमा तथा ड्यूटी में पूरे परिवार को कोविड-19 के उपचार का कवरेज एवं कोविड-19 संबंधित कार्य मैं लगे सभी ठेका एवं स्कीम वर्कर्स के लिए प्रति ब्यक्ति  ₹25000 की प्रोत्साहन राशि सुनिश्चित किया जाए. विभिन्न ट्रेड यूनियन मैं आई एन टी यूसी एचएमएस आईटीयू एआईटीयूसी एआईसीटी यू एआई यूटीयूसी टी यूसीसी तथा इस मौके पर उपेंद्र सिंह आगम राम कृष्णा सिंह जगदीश शर्मा गणेश ध र शशि भूषण तिवारी कार्तिक दत्ता बजरंगी दुसाद सेंट्रल कालू रामानी नागेंद्र कुमार संतोष घोष परवेज अहमद राकेश यादव जयदेव पात्रा लालू ओझा रामजी जाधव पीके मुखर्जी मधु गुरु रंजन सिंह राजकुमार सिंह गणेश महतो आदि मौजूद थे.