दो शिक्षिकाओं ने वरीय बुनियादी मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक पर वेतन भुगतान में रिस्वत मांगने का लगाया गम्भीर आरोप

निरसा( बी के सिंह) :- वरीय बुनियादी मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक प्रभात चतुर्वेदी के घृणित स्वार्थ पूर्ति के कारण कार्यरत स्टाफ में आक्रोश ब्याप्त हो गया है जिसका ताजा उदाहरण सामने आया है. आज सोमवार को बरिए बुनियादी मध्य विद्यालय की दो शिक्षिकाओं ने विद्यालय के प्रधानाध्यापक प्रभात चतुर्वेदी पर घूस मांगने का आरोप लगाया है. सरकार समग्र शिक्षा अभियान के तहत शिक्षा से वंचित छात्र जो विद्यालय से आउट हो चुके हैं या किसी कारण बस पढ़ने लिखने में कमजोर है वैसे बच्चों को पढ़ाने के लिए सरकार 9 माह के अनुबंध पर शिक्षकों की बहाली विद्यालय में की है और सरकार के आदेश को सरकारी स्कूल के शिक्षक खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं और अनुबंध पर बहाल शिक्षकों का शोषण कर रहे हैं. इनके ऊपर योजनाओं की राशि मे घोटाला करने का भी आरोप है, जांच के बाद ही सच्चाई सामने औएगी.

 क्या है मामला 
... विद्यालय से आउट ड्रॉप बच्चों को समग्र शिक्षा अभियान के तहत शिक्षा से जोड़ने हेतु 9 माह के अनुबंध पर दो शिक्षिकाओं का चयन पर  बुनियादी मध्य विद्यालय निरसा में किया गया अक्टूबर माह वर्ष 19 से जून माह 2020 तक उनका कार्यकाल निर्धारित था शिक्षिकाएं सोनी कुमारी और पूजा कुमारी ने लिखित आवेदन धनबाद जिला शिक्षा अधीक्षक को दिया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि विद्यालय के प्रधानाध्यापक प्रभात चतुर्वेदी द्वारा अक्टूबर माह से हम दोनों शिक्षिकाओं को पढ़ाने हेतु रखा गया हम लोग विद्यालय में अक्टूबर 2019 से बच्चों को पढ़ा रहे हैं अक्टूबर महीने का मासिक वेतन 10 हज़ार जो हम दोनो  को चेक के द्वारा दिया गया था प्रधानाध्यापक दिए गए पैसा उठाने के बाद उन दोनों  शिक्षिकाएं को धमका कर उस पैसे को ले लिया और कहा कि किसी को बोलेगी तो कार्य से हटा देंगे हम लोग पैसा दे दिए उसके बाद फरवरी माह तक हम लोग का मासिक भुगतान किया गया इसकी एवज़ में प्रत्येक महीने ₹2000 प्रधानाध्यापक द्वारा लिया जाता था फरवरी के बाद हम लोग का भुगतान नहीं किया गया पूछने पर प्रधानाध्यापक श्री चतुर्वेदी ने कहा कि पैसा नहीं है नहीं मिलेगा  शिक्षिकाए सोनी कुमारी  और पूजा कुमारी ने कहा कि हमारी घर की आर्थिक स्थित काफी दयनीय है इन लोगों ने आवेदन लेकर वरीय अधिकारियों से मार्गदर्शन मांगा है इस संबंध में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी सह प्रखंड समन्वयक सर्किल मरांडी ने कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं थी जानकारी मिली है एक सप्ताह में भुगतान करा दिया जाएगा उक्त मामले की जांच की जाएगी अगर अधिकारी दोषी पाए गए तो उनपर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी शिक्षा का अलख जगाने वाली  शिक्षा विभाग इन दिनों कुछ शिक्षकों के कारन रिश्वत विभाग बन गया है