सरायढेला में महिला काव्य गोष्ठी का आयोजन

धनबाद : आज रविवार को महिला काव्य मंच की जिला अध्यक्ष प्रमिला श्री के शान्ति कॉलोनी,, सरायढेला स्थित आवास क्षितिज में महिला काव्य गोष्ठी का आयोजन कोयलांचल की विभिन्न महिला कवित्रियों की उपस्थिति में किया गया.

काव्य गोष्ठी का संयोजन प्रमिला श्री (महिला काव्य मंच जिलाध्यक्ष) के नेतृत्व में किया गया तो वही मंच संचालन कोयलांचल की उभरती युवा कवियत्री #प्रतिष्ठा वर्मा ने किया. दोपहर तीन बजे से सरस्वती वंदना की गुंज से शुरू हुए इस काव्य मंच ने ढलते शाम के साथ शमां बाँधना भी शुरू किया.

उपस्थित कवियत्रियों ने अपने रचनात्मक व्यंग्य व विचारनीय पंक्तियों से कार्यक्रम में श्रोताओं की ठहाकों के साथ वर्तमान समाज की परिस्थितियों पर सोचने को भी मजबूर किया. मूख्य रूप से..

प्रमिला श्री द्वारा रचित.. . आई बहार आई, रस की फुहार लाई.

 प्रतिष्ठा वर्मा - जागो मेरे देशवासी जागो ठिठुर सी गई है ये वसुंधरा, ठिठुर सा गया है अपना गगन,मिट सी गई है अपनी संस्कृति,मिट सी गई है अपनी सभ्यता.

स्निग्धा रूद्र :–दीर्ण–विदीर्ण जब होने लगे हृदय का हर कोना तब संबंधो को आड़े रखकर अंतर्मन की सुनना.

साधना सूड़:–खून-खून में बड़ा फर्क है तभी तो समाज का गर्क है.

स्नेहप्रभा पांडेय :–दोहा आती क्यों बरसात ये, पिया रहे जब दूर. उनकी यादों में रहूँ, विरहण बन मजबूर.

 कविता विकास:–दिल की इतनी सी आज ख़ाहिश है, साथ भीगो कि पहली बारिश है.

कार्यक्रम में सुदेश चुघ, स्नेह प्रभा पांडेय, मंजू शरण,रत्ना वर्मा, नीरा प्रसाद, कविता विकास, ममता पांडेय, संगीता नाथ मौजूद थे.