6 साल की पुलिस सेवा में दो पदकों से सम्मानित अपूर्व भलावी, दोहरे प्रभार के बाद भी 6 अंधे हत्याकांड के साथ ही बड़ी मोबाईल चोरी को सुलझाया

बालाघाट. जिले के पड़ोसी जिले मंडला निवासी युवा पुलिस अधिकारी अपूर्व भलावी, का व्यक्तित्व जितना सहज, सरल और मृदुभाषी है, उतना ही पुलिस अधिकारी के रूप में कर्तव्यनिष्ठा उनमें कूट-कूटकर भरी है. परसवाड़ा एसडीओपी के साथ ही बालाघाट नगर पुलिस अधीक्षक की जिम्मेदारी संभाल रहे पुलिस अधिकारी अपूर्व भलावी का गत दिनों हॉकफोर्स सेनानी के पद पर स्थानांतरण हो गया है, जो आगामी दिनो में अपने पदभार से रिलिव होकर, हॉकफोर्स में सेनानी का पदभार ग्रहण कर लेंगे.  

हालांकि यह कोई पहला अवसर नहीं था, जब उन्हें बालाघाट सीएसपी का प्रभार मिला था, इससे पूर्व भी वह एक माह तक बालाघाट सीएसपी के प्रभार पर रहे थे, लेकिन दूसरी बार परिस्थिति जरूर अलग थी. तत्कालीन नगर पुलिस अधीक्षक कर्णिक श्रीवास्तव पर कथित तौर से भाजपा मीडिया प्रभारी की हत्या की नियत से युवकों को भेजे जाने के चर्चित मामले में सीएसपी कर्णिक श्रीवास्तव को पद छोड़ना पड़ा था. जिसके चलते इस पद पर तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने उन्हंे प्रभार सौंपा था. जिसके बाद नगर पुलिस अधीक्षक अपूर्व भलावी, बालाघाट नगर पुलिस अधीक्षक के अतिरिक्त कार्यभार के साथ ही परसवाड़ा का एसडीओपी का प्रभार भी संभाल रहे थे.

2017 बैच में डीएसपी के पद पर चुने गये अपूर्व भलावी की पहली पोस्टिंग प्रोविजनल पुलिस अधिकारी के रूप में सिंगरौली में रही. जिसके बाद 2 फरवरी 2019 को बालाघाट में कार्यरत 36 वीं वाहिनी में सेनानी के पद पर पदस्थ किये गये. जहां से एक साल बाद 6 फरवरी 2020 को वह परसवाड़ा एसडीओपी बनाये गये थे. जिसके बाद से वह परसवाड़ा एसडीओपी के पद पर कार्य कर रहे थे. जिसके बाद 24 सितंबर 2021 को उन्हें तत्कालीन नगर पुलिस अधीक्षक कर्णिक श्रीवास्तव पर लगे कथित आरोप के बाद उनके स्थानांतरण पर यह प्रभार अपूर्व भलावी को दिया गया था. जिसके बाद से वह दोहरी जिम्मेदारी निभा रहे थे.  

इस दौरान उन्होंने नगर पुलिस अधीक्षक और परसवाड़ा एसडीओपी के कार्यकाल के दौरान कई मामलो में सफलता हासिल की. खासकर नगर पुलिस अधीक्षक रहते हुए बालाघाट नगर अनुविभाग अंतर्गत 6 अंधे हत्याकांड को सुलझाने के साथ ही एक बड़े मोबाईल चोरी को भी सफलतापूर्वक सुलझाने में अपनी अहम भूमिका निभाई थी. जिन्हें पांच वर्ष के सेवाकाल की अवधि में नक्सली क्षेत्र में काम करने के लिए केन्द्र सरकार की ओर से 16 सितंबर 2021 को अंतरिम सेवा सुरक्षा पदक और 30 जुलाई 2021 को प्रदेश सरकार द्वारा दुर्गम सेवा पदक से सम्मानित किया गया.


Web Title : APURVA BHALAVI, AWARDED TWO MEDALS IN 6 YEARS OF POLICE SERVICE, SOLVED 6 BLIND MURDERS AS WELL AS MAJOR MOBILE THEFTS EVEN AFTER DOUBLE CHARGE