भगवान भरोसे प्राथमिक स्वास्थ केंद्र लामता, डॉ. नदारद, कर्मचारी नशे में धुत्त

लामता. लामता का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य सुविधाए, भगवान भरोसे है. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लामता के कर्मचारी, स्वास्थ्य केंद्र के टाइम टेबल से नही, अपने टाइम से आते जाते है. प्राथमिक स्वास्थ्य लामता में कौन किस पद पर है, किसकी क्या ड्यूटी है, सब भगवान भरोसे है. साफ सफाई के कार्य में लगे कर्मचारी ईलाज की व्यवस्थाओ में कार्य करते नजर आते है. आलम यह है कि यहां पदस्थ अधिकारी और कर्मचारी 11 बजे के पहले अपने कार्य में नजर नही आते है.  सरकार हर तरीके से जनता के लिए बेहतर करना चाहती है, लेकिन अधिकारी, कर्मचारियों की मंशा या काम करने का तरीका सरकारी सुविधाओं को पलीता लगाने मंे कोई कमी नही छोड़ रहा है. जिसके कारण सरकारी दवाखाना की छवि, जनता के बीच अच्छी स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर नहीं बन पा रही है. जिसके कारण लोग गांव के अनुभवहीन अर्थात झोलाछाप डॉक्टरों से ईलाज करवाने मजबूर है.

09 मई को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में आने वाले मरीजों को भटकते देखा गया. यहां पहुंचे ग्रामीण क्षेत्रो के मरीजों की मानें तो वह 9 बजे से अस्पताल आए थे, लेकिन 11 बजे तक उन्हें ईलाज के लिए इंतजार करना पड़ा. बताया जाता है कि इस वक्त ना तो चिकित्सक थे और ना ही कोई जिम्मेदार, स्वाथ्यकर्मी नशे में आराम फरमा रहा था. अस्पताल की ऐसी व्यवस्था से ना तो क्षेत्रीय मरीजों को बेहतर उपचार मिल पा रहा है और ना ही दवा. क्षेत्रीय जनता का कहना है कि अस्पताल को जिम्मेदारी पूर्वक चलाए जाए या फिर इसे बंद कर दिया जाए. उन्होंने जवाबदारों से स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्था पर ध्यान दिए जाने की मांग करते हुए कहा कि यदि जनता को उचित ईलाज देना है तो स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सक, दवाईयों के अलावा समय पर अस्पताल में ईलाज की सुविधा को दुरूस्त किया जाए. ताकि जनता को स्वास्थ्य की बेहतर सुविधा मिल सके.   इस मामले में खंड चिकित्सा अधिकारी थालेष गोपाले से चर्चा की गई तो उनका जवाब एक कुशल नेता की तरह गोल मोल रहा और वह अपने अधिनस्थ बचाने में लगे रहे. वह यह बताना नहीं चूके की कार्य के अधिकता है, लेकिन व्यवस्था पर उन्होंने कोई चर्चा नहीं की.  


Web Title : BHAGWAN BHAROSE PRIMARY HEALTH CENTRE LAMTA, DR ABSENT, STAFF DRUNK