ट्रामा सेंटर में अव्यवस्था पर सिविल सर्जन ने नर्स स्टॉफ और सुरक्षागार्डो को लगाई फटकार,अनावश्यक भीड़ और महिला वार्डो में पुरूषों की मौजूदगी पर जताई नाराजगी, सीएस ने किया आकस्मिक निरीक्षण

बालाघाट. आज दोपहर सिविल सर्जन डॉ. आर. के. मिश्र और आरएमओ डॉ. अरूण लांजेवार ने जिला चिकित्सालय के ट्रामा सेंटर का आकस्मिक निरीक्षण किया. इस दौरान ट्रामा सेंटर में लोगों की अनावश्यक भीड़, सोशल डिस्टेसिंग का पालन नहीं होने और महिला वार्डो में पुरूषों की मौजूदगी को लेकर भारी नाराजगी जाहिर की. जिसको लेकर उन्होंने नर्स स्टॉफ और ट्रामा सेंटर में कार्यरत सुरक्षागार्डो को जमकर फटकार भी लगाई. निरीक्षण के दौरान ट्रामा सेंटर में नजर आ रहे पुरूषो को रोककर भी आरएमओ श्री डॉ. लांजेवार ने सख्ती से समझाईश दी. जिसके चलते ट्रामा सेंटर में कुछ समय के लिए गहमागहमी का माहौल रहा और अधिकारियों के निरीक्षण के बाद सुरक्षागार्डो ने ट्रामा सेंटर के निचले और ऊपरी तल पर मौजूद अनावश्यक भीड़ और पुरूषों को बाहर निकालने का काम किया.  

सोशल डिस्टेसिंग का नहीं हो रहा था पालन

ट्रामा सेंटर के प्रवेश द्वार पर जन्म-मृत्यु पंजीयन सहित टिकाकरण और अन्य पंजीयन काउंटर के सामने कार्य से पहुंचे लोग, बिना सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए खड़े थे तथा प्रवेश द्वार के अंदर बड़ी संख्या में लोगों मौजूद थे. जहां भी सोशल डिस्टेसिंग का पालन नहीं हो रहा था. जिसे देखने के बाद प्रवेश द्वार भी ट्रामा सेंटर में तैनात सुरक्षागार्डो को बुलाकर सिविल सर्जन श्री डॉ. मिश्र ने कड़ी फटकार लगाई और दोबारा ऐसी अव्यवस्था दिखाई देने पर काम से बंद कर दिये जाने की चेतावनी दी. सिविल सर्जन श्री डॉ. मिश्र यही नहीं रूके, इस दौरान उन्होंने ट्रामा सेंटर के हॉल और प्रसुता वार्ड का भी निरीक्षण किया. जहां भी अव्यवस्था देखने के बाद कार्यरत, विभागीय कर्मियों को व्यवस्था बनाये जाने की कड़ी समझाईश दी.  

प्रसुता आदिवासी बैगा महिला के कलेक्टर निरीक्षण के दौरान सामने आने पर जानकारी लेने ट्रामा सेंटर पहुंचे थे सीएस

आज 1 जून को अस्पताल में चल रहे निर्माण कार्यो को देखने कलेक्टर दीपक आर्य, जिला चिकित्सालय पहुंचे थे. जहां कोरोना जांच के आने वाली ट्रू-नाट मशीन के लिए बनाई जा रही लेब के साथ ही अस्पताल में लगाये जा रहे पेवर्स ब्लॉक और बाउंड्रीवाल का निरीक्षण किया. इस दौरान अस्पताल के सामने परिवार के साथ एक प्रसुता महिला दिखाई दी. सोनगुड्डा निवासी आदिवासी परिवार के साथ बैठी प्रसुता महिला की जानकारी लेने सिविल सर्जन ट्रामा सेंटर पहंुचे थे. जहां उन्हें पता चला कि महिला का प्रसव बिरसा अस्पताल में हुआ था. जिसके नवजात बच्चे का ब्रेन बाहर होने के कारण उसे बिरसा अस्पताल से जिला चिकित्सालय के एसएनसीयू भिजवाया गया था. जहां बच्चें की स्थिति नाजुक होने के कारण चिकित्सक द्वारा बच्चे के बेहतर उपचार के लिए बाहर ले जाने की सलाह देते हुए परिवार को बेहतर ईलाज के लिए अन्यत्र ले जाने के लिए एम्बुलेंस भी उपलब्ध कराई थी किन्तु परिजन उसे नहीं ले जाना चाहते थे और वह गांव जान के लिए वाहन के इंतजार में बैठे थे. जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने आदिवासी परिवार को अस्पताल के वाहन से उन्हें उनके घर तक भिजवाया.  


इनका कहना है

आज ट्रामा सेंटर में निरीक्षण के दौरान दिखी अव्यवस्था में सुधार को लेकर विभागीय कर्मी और सुरक्षागार्डो को समझाईश दी गई है. यदि दोबारा ट्रामा सेंटर के निरीक्षण के दौरान अव्यवस्था दिखाई देती है तो सीधे सुरक्षा गार्डो को बाहर निकलने का काम किया जायेगा. समय-समय पर ट्रामा सेंटर का आकस्मिक निरीक्षण कर व्यवस्था में सुधार लाने का प्रयास निरंतर जारी है.

डॉ. आर. के. मिश्र, सिविल सर्जन


Web Title : CIVIL SURGEON REPRIMANDS NURSE STAFF AND SECURITY GUARDS OVER CHAOS AT TRAUMA CENTRE, EXPRESSES OUTRAGE OVER UNNECESSARY MOB AND PRESENCE OF MEN IN WOMENS WARDO, CS CONDUCTS SURPRISE INSPECTION