ईस्टर पर्व: गिरजाघरो में मनाई गई प्रभु यीशु के पुर्नजीवन की खुशी

बालाघाट. प्रभु ईसा मसीह प्रेम और शांति के मसीहा थे. दुनिया को प्रेम और करुणा का संदेश देने वाले प्रभु यीशु को उस समय के धार्मिक कट्टरपंथी ने रोम के शासक से शिकायत करके उन्हें सूली पर लटका दिया था. इसी वजह से ईसाई धर्म के लोग गुड फ्राइडे के दिन प्रभु ईशु के बलिदान को याद करते हैं, लेकिन कहा जाता है कि प्रभु यीशु इस घटना के तीन दिन बाद यानी ईस्टर संडे के दिन पुनः जीवित हो उठे थे.  

ईसाई धर्मावलंबियों में क्रिसमस के अलावा ईस्टर ईसाई धर्म का सबसे बड़ा और प्रमुख पर्व है. दोनों ही पर्व इसाह मसीह के जन्मदिन के रूप में मनाए जाते हैं. ईस्टर को ईसाई धर्म के लोग बड़ी धूमधाम और उत्साह से मनाते हैं और एक दूसरे को बधाई देते हैं.  

रविवार 17 अप्रैल ईसाईयों का प्रमुख पर्व ईस्टर संडे मनाया गया. जहां गुड फ्राइडे के दिन ईसा मसीह के बलिदान को याद किया जाता है. वहीं ईस्टर संडे पर उनकी खुशी दोगुनी होती है, क्योंकि ईसाई धर्म के लोगों का मानना है कि गुड फ्राइडे के तीसरे दिन यानी आने वाले रविवार को ईसा मसीह दोबारा जीवित हुए थे. ईसा मसीह के जीवित होने की खुशी में ईसाई धर्म को मानने वाले लोगो ने ईस्टर संडे मनाया. ईसाई धर्म के प्रसिद्ध ग्रंथ बाइबिल में भी लिखा गया है कि पुनर्जीवित होने के बाद यानी ईस्टर संडे के बाद 40 दिन तक ईसा मसीह पृथ्वी पर रहे थे. इस दौरान उन्होंने अपने शिष्यों को प्रेम और करुणा का पाठ पढ़ाया, उसके बाद वे स्वर्ग चले गये.  

ईस्टर संडे के दिन ईसाई धर्मावलंबियों ने गिरजाघरों में प्रभु यीशु को याद किया. उनकी याद में मोमबत्तियां जलाई गई और बाइबिल पढ़ा गया तथा सभी ने प्रभु यीशु के जीवित होने की खुशी में एक दूसरे को बधाई देते हैं. कैथोलिक चर्च फादर लिचु एंटनी ने बताया कि ईस्टर संड को प्रभु यीशु मसीह के पुर्नरूत्थान का दिन धर्मावलंबी बना रहे है. प्रभु यीशु के मृत होने के बाद जीवित होने के दिन को मनाये जाने वाले दिवस को ईश्वर संडे कहते है. उन्होंने बताया कि 10 बजे से चर्च में प्रार्थना की गई. ईस्टर संडे का संदेश है कि हमारा एक जीवन एक समय तक धरती के बाद मृत्यु के बाद का जीवन ईश्वर के साथ है. प्रभु यीशु मसीह द्वारा दी गई शिक्षा में बताया गया कि नश्वर शरीर कुछ क्षण है और आत्मीय शरीर हमेशा ईश्वर के साथ जीवित रहता है. प्रभु ने बताया कि जीवितो का ईश्वर हैे मृतकों का नहीं है.  

प्रभु यीशु मसीह की मृत्य का दिवस गुड फ्राईडे के तीसरे दिन ईस्टर संडे को उनके पुर्नजीवन की खुशी मनाई गई. इस दौरान चर्च को आकर्षक तरीके से कैथोलिक चर्च युथ टीम द्वारा सजाया गया था.


Web Title : EASTER FEAST: THE JOY OF THE LORD JESUS RESURRECTION CELEBRATED IN CHURCHES