चार क्रेनों की मदद से धरोहर जंक्शन पर इंजन किया स्थापित, कलेक्टर ने की पूजा अर्चना,

बालाघाट. नगर के धरोहर जंक्शन पर अब बोगी अकेले नही होगी अब से बोगी के साथ डीजल इंजन भी दिखाई देगा. लंबे समय के बाद आखिरकार डीजल इंजन पहुंच गया है और जंक्शन पर स्थापित करने के लिए चार बड़ी क्रेनों द्वारा जंक्शन पर लाया गया. इस दृश्य का साक्षी बनने के लिए यहां बड़ी संख्या में नगरवासी एकत्रित हुए. शुक्रवार को कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा ने यहां पूजा अर्चना कर इंजन और बोगी को व्यवस्थित करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जिले में पुरातत्व, पर्यटन और संस्कृति को बढ़ावा देने प्रयास किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में शहर के पुरातत्व शोध संग्रहालय में धरोहर जंक्शन को विकसित किए जाने प्रयास किए जा रहे थे. 24 नवंबर को इस प्रयास में सफलता मिली है. संग्राहलय में 06 वर्ष से बिना इंजन के खड़ी जिले की 100 साल पुरानी नेरोगेज ट्रेन की बोगी को इंजन से जोड़ा गया. गौरतलब हो कि एक दिन पूर्व ही नागपुर के मोतीबाग से पुरातत्व टीम, इंजन लेकर बालाघाट पहुंची थी और शुक्रवार को चार क्रेनों की मदद से भारी मशक्कत के बाद इंजन को संग्राहलय के प्लेटफार्म में उतारा गया. अपनी व्यस्ततम रूटिन से समय निकालकर कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा संग्रहालय पहुंचे. जिन्होंने एक सादे कार्यक्रम में प्लेटफार्म स्थल की पूजा अर्चना कर इंजन को स्थापित करवाया. उन्होंने यह भी कहा कि नगर के इस गौरव को हर्षोल्लास से मनाने के लिए आचार संहिता के बाद विधिवत लोकार्पण की रूपरेखा बनाई जाएगी. इस दौरान डॉ. वीरेन्द्र गहरवार, श्याम सिंह ठाकुर, सुभाष गुप्ता, सुरेश रंगलानी, पूरनसिंह भाटिया, कुलदीप बिल्थरे, कविता गहरवार, पर्यटन प्रबंधक एम. के. यादव, पुरातत्वविद समीर गहरवार, मोटीवेटर अजय ठाकुर, बाबूलाल गोमासे, हर्ष बैंस, सचिन गहरवार, अविनाश ठाकुर, अंकित तिवारी सहित अन्य जनमानस उपस्थित थे.


Web Title : WITH THE HELP OF FOUR CRANES, THE ENGINE WAS INSTALLED AT THE HERITAGE JUNCTION, THE COLLECTOR OFFERED PRAYERS,