मैथन हाइडल बरकार नदी में डूबने से 15 वर्षीय युवक की मौत, ख़बर सुन पिता की हुई मौत, पसरा मातम

निरसा(बंटी झा) : कहते है कि दुनिया का सबसे बड़ा बोझ पिता के कंधे पर बेटे की अर्थी की होती है, परंतु अगर पिता और पुत्र की एक ही दिन मौत हो जाए तो शायद उस माँ और पत्नी की कंधे का बोझ का आकलन करना संभव नही है. झारखंड-बंगाल सीमा से सटे कल्याणेश्वरी ओपी क्षेत्र लेफ्ट बैंक की  जहाँ काल ने एक ही दिन पिता, पुत्र को छीन लिया.

और  पूरा इलाका में मातम पसरा हुआ है. वही परिजनों का भी रो रो कर बुरा हाल है. घटना सोमवार दोपहर की है जब लेफ्ट बैंक निवासी धीरज मंडल (राजमिस्त्री) का 15 वर्षीय पुत्र कृष मंडल अपने परिवार के साथ मैथन हाइडल से निकलने वाली (बराकर नदी) अमर झरना में नहाने गया था, जहा नहाने के क्रम में डूबने से कृष की मौत हो गई, कहा जाता है कि बच्चे की मौत की खबर पा कर विवेकानंद नगर कल्यानेश्वरी क्षेत्र में राजमिस्त्री का कार्य कर रहे पिता धीरज मंडल की भी मौत हो गई. स्थानीय सूत्रों के अनुसार लेफ्ट बैंक निवासी कृष मंडल(15) अपनी माँ एंव बहनों के साथ लेफ्ट बैंक  अमर झरना में नहाने गया था, नहाते समय वह गहरे पानी में चला गया और डूब गया, परिवार के सदस्यों ने उसे बचाने की बहुत कोशिश की जिसमें वे विफल रहे. सूचना मिलते ही सालानपुर थाना प्रभारी पवित्र कुमार गांगुली और कल्याणेश्वरी फाड़ी प्रभारी अमरनाथ दास मौके पर पहुंचे और स्थानीय लोगो की मदद से डूबने के एक घण्टे बाद ही नदी से कृष की शव को बाहर निकाल लिया. वही पुलिस ने कृष की शव को जप्त कर पोस्टमार्टम के लिए आसनसोल जिला अस्पताल भेज दिया है. घटना के बाद से पूरा परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है, पिता - पुत्र की मृत्यु से पूरे क्षेत्र में शोक का माहौल है. हालांकि सूत्रों की माने तो पुत्र की मौत से पहले ही पिता की मौत होने की बात कही जा रही है, चुकी धीरज मंडल जहा पर राजमिस्त्री का कार्य करने गए थे, वहाँ से उसकी शव को संदेहास्पद स्थिति में बरबाद की गई. घटना के बाद अपने पति से लिपट कर रो रही पत्नी ने पति के शरीर पर जले का निशान दिखाकर हत्या का आरोप लगाया है, वही परिवार के अन्य सदस्यों ने किसी पर भी कोई आरोप नही लगाया एवं धीरज मंडल का अंत्यपरीक्षण कराने से इंकार कर दिया है. इधर क्षेत्र की लोगों की मानें तो पुत्र की मौत की खबर से पिता को हार्ट अटैक हुआ और उनकी मृत्यु हो गई. बाहरहाल धीरज मंडल की शरीर पर चोट और जले की निशान घटना को और भी जटिल बना दिया है.