चास प्रखंड कार्यालय के समक्ष धनबाद सांसद ने दिया धरना

धनबाद. झारखण्ड प्रदेश भाजपा के निर्देशानुसार  झारखंड सरकार के जन विरोधी, किसान विरोधी नीति, निकाय/पंचायत चुनाव न होना,बालू उठाव न होना, राज्य के महिलाओं पर हो रहे बलात्कार, विधि व्यवस्था, स्थानीय मुद्दों को लेकर चास प्रखंड कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना दी गई.

जिसमे मुख्याअतिथि के रूप धनबाद सांसद पशुपतिनाथ सिंह, विरोधी दल के मुख्य सचेतक बोकारो विधायक बिरंचि नारायण उपस्थित थे. धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता चास नगर उत्तरी अध्यक्ष पन्नालाल कन्दू व संचालन चास दक्षिण अध्यक्ष जयप्रकाश तापड़िया ने किया.  

इस धरना में चास प्रखंड के 11 मंडलो  के सभी मंडल अध्यक्ष व प्रमुख कार्यकर्ता मुख्यरूप से उपस्थित हुए. मुख्याअतिथि धनबाद के सांसद पशुपतिनाथ सिंह ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड सरकार एक तरफ किसान हित की बात करते है. वही दूसरी ओर रघुवर सरकार द्वारा चलाये जा रहे कृषि सम्मान योजना को बंद कर दिया गया. इस योजना से झारखंड प्रदेश के लाखों किसानों को लाभ हो रहा था.

इस योजना में झारखण्ड के किसानों को राज्य सरकार की ओर से प्रति एकड़ 5000 हजार व केंद्र सरकार की ओर से 6000 हजार रुपये प्रति वर्ष मिलती थी. वर्तमान हेमन्त सरकार ने किसानों से धान की खरीदारी भी बन्द कर दी. नई किसान नीति से लाखों किसानों को लाभ होता. इस नई किसान नीति का विरोध कर रही हेमन्त सरकार.

विरोधी दल के मुख्य सचेतक बोकारो विधायक बिरंचि नारायण ने कहा कि  नई किसान नीति देश के किसानों के लिये हित करी,लाभकारी है. नई किसान नीति में बिचौलियों से किसान को छुटकारा मिलेगी. किसान अपनी अनाज खुद मंडी मैं जा कर बेच सकती. इससे किसानों की आर्थिक हालात मैं सुधार होगा.

उन्होंने कहा इस क़ानून में एक ऐसा इकोसिस्टम बनाने का प्रावधान है जहां किसानों और व्यापारियों को राज्य की एपीएमसी (एग्रीकल्चर प्रोड्यूस मार्केट कमिटी) की रजिस्टर्ड मंडियों से बाहर फ़सल बेचने की आज़ादी होगी. इसमें किसानों की फ़सल को एक राज्य से दूसरे राज्य में बिना किसी रोक-टोक के बेचने को बढ़ावा दिया गया है.