धनबाद में सादगी से मना मजदूर दिवस

धनबाद. एक मई को पूरी दुनिया में मजदूर दिवस मनाया जाता है. इस माैके पर शनिवार को श्रमिक चौक पर श्रमिक की आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर शहीद मजदूरों को श्रद्धांजलि दी गई. पूर्व पार्षद अंकेश राज ने मजदूरों के कल्याण की बात कही.  

उन्होंने कहा आज मजदूरों की उपलब्धियों को और देश के विकास में उनके योगदान को सलाम करने का दिन है. ये दिन मजदूरों के सम्मान, उनकी एकता और उनके हक के समर्थन में मनाया जाता है. उन्होंने मजदूरों के लिए संघर्ष का संकल्प लिया गया.  

एक मई को मजदूर संगठनों से जुड़े लोग रैली व सभाओं का आयोजन करते हैं और अपने अधिकारों के लिए आवाज भी बुलंद करते हैं हालांकि कोरोना के चलते इस बार इस तरह के आयोजन नहीं हुए. एक मई का दिन दुनिया के कई देशों में अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस के तौर पर मनाया जाता है. ये दिन दुनिया के मजदूरों और श्रमिक वर्ग को समर्पित है. इन दिन को लेबर डे, मई दिवस, और मजदूर दिवस भी कहा जाता है.  

इस दिन दुनिया के कई देशों में छुट्टी होती है. अन्तर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस की शुरुआत एक मई 1886 को अमेरिका में एक आंदोलन से हुई थी. इस आंदोलन के दौरान अमेरिका में मजदूर काम करने के लिए 8 घंटे का समय निर्धारित किए जाने को लेकर आंदोलन पर चले गए थे. 1 मई, 1886 के दिन मजदूर लोग रोजाना 15-15 घंटे काम कराए जाने और शोषण के खिलाफ पूरे अमेरिका में सड़कों पर उतर आए थे.

 इस दौरान कुछ मजदूरों पर पुलिस ने गोली चला दी थी जिसमें कई मजदूरों की मौत हो गई और 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए. इसके बाद 1889 में अंतर्राष्ट्रीय समाजवादी सम्मेलन की दूसरी बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया गया जिसमें यह ऐलान किया गया कि 1 मई को अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के रूप में मनाया जाएगा और इस दिन सभी कामगारों और श्रमिकों का अवकाश रहेगा. इसी के साथ भारत सहित दुनिया के तमाम देशों में काम के लिए 8 घंटे निर्धारित करने की नींव पड़ी. भारत में मजदूर दिवस की शुरुआत चेन्नई में 1 मई 1923 में हुई.