धनबाद में धमाके साथ फटी जमीन, 2 बेटों के साथ उसमें समाया पिता; ऐसे बची जान

झारखंड के धनबाद जिला में कतरास स्थित जोगता 11 नंबर बस्ती में जोरदार आवाज के साथ गोफ बन जाने से यहां अफरी-तफरी मच गयी. करीब 200 मीटर की परिधि में 20 फीट गहरा गोफ बन जाने से बजरंगबली मंदिर क्षतिग्रस्त हो गया वहीं एक ही परिवार के 3 लोग गोफ में समा गए. जिसे स्थानीय लोगों ने बाहर निकाल लिया. लेकिन पिता समेत दोनों बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए. जमीन में पड़े दरार से गैस व धुंआ निकल रहा है.


बताया जाता है कि जोगता 11 नंबर बस्ती में गोफ बनने के बाद यहां धुआं और गैस का रिसाव भारी मात्रा में होने लगा. पास के पांच घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. बगल में खाली पड़ी जमीन पर दरार पड़ गया. यहां अवस्थित बजरंगबली मंदिर क्षतिग्रस्त हो गया जबकि पास में रह रहे एक ही परिवार के 3 लोग गोफ में समा गए. जिसे श्याम का भाई रामबहादुर भुइयां, पड़ोसी बिनोद भुइयां व धनपत भुइयां ने अपनी जान जोखिम में डालकर गोफ के पास पहुंचे और रस्सी के सहारे तीनों को बाहर निकाला. गोफ में गिरने वालों में पिता श्याम बहादुर भुइयां (42), पुत्र अरुण कुमार (14) व तरुण कुमार (9) शामिल हैं. घायलों को निचितपुर अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए एसएनएमएसएच धनबाद रेफर कर दिया.


 ग्रामीणों ने बताया कि बस्ती के लोग अपने अपने घरों में सोए थे. इसी बीच रात करीब ढाई बजे अचानक जोरदार आवाज हुई, जिसे सुनकर लोग उठ गए और घरों से बाहर निकले. श्याम भुइयां तथा उसके परिजन चिल्लाने लगे, जिसकी आवाज सुन कई लोग घर से बाहर निकले और गोफ के पास पहुंचे. रस्सी फेंक कर निकाला गया. गोफ बनने से कारू भुइयां, रामबहादुर भुइयां, घनपत भुइयां, रामप्रवेश भुइयां आदि के निजी आवास भी क्षतिग्रस्त हो गया है.


सूचना पाकर कनकनी कोलियरी के पीओ अनिल सिंह अपने सहयोगियों के साथ पहुंचे व घटनास्थल का जायजा लिया. एजीएम संजय सिंह, पीओ अनिल सिंह, प्रबंधक गोपाल जी, जोगता पुलिस व सीआईएसएफ के साथ पोकलेन मशीन लेकर डोजरिंग करने पहुंचे. इसी बीच ग्रामीण पुनर्वास की मांग को लेकर विरोध करते हुए आक्रोशितों ने काम रोक दिया. उनका कहना था कि पुनर्वास की व्यवस्था कराए तभी हमलोग हटेंगे.