डिगवाडीह कोलियरी ने अंतर-कोलियरी क्रिकेट टूर्नामेंट जीता

जामाडोबा :  खेल को बढ़ावा देते हुए, टाटा स्टील के झरिया डिवीजन ने डिगवाडीह स्टेडियम में 3 दिवसीय अंतर-कोलियरी क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया था, जो आज संपन्न हो गया. श्री संजय रजोरिया, जीएम, (झरिया डिवीजन), टाटा स्टील ने समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की.  

डिगवाडीह कोलियरी ने टाटा स्टील झरिया डिवीजन के स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट द्वारा आयोजित यह ’अंतर-कोलियरी क्रिकेट टूर्नामेंट’ जीत लिया. एक रोमांचक फाइनल में 6-7 पिट्स कोलियरी को 4 रन से हरा कर डिगवाडीह कोलियरी इस साल का चैंपियन बना.  

डिगवाडीह कोलियरी ने टॉस जीत कर फिल्डिंग चुना. पहली पारी में 6-7 पिट्स कोलियरी ने 20 ओवरों में 6 विकेट खोकर 133 रन बनाए. श्री विजय महतो ने 34 रनों का योगदान दिया, जबकि श्री नियाजुल ने 17 गेंद में 27 रन बनाए. डिगवाडीह कोलियरी के श्री शक्ति सिंह ने टीम के लिए 24 रन देकर दो विकेट और श्री राहुल राज ने 21 रन देकर 2 विकेट लिए. दूसरी पारी में, डिगवाडीह कोलियरी ने भी 20 ओवर में पांच विकेट खोकर 133 रन बनाए और इस प्रकार स्कोर बराबरी पर रहा.  

डिगवाडीह कोलियरी के श्री रणजीत सिंह ढींगरा ने असाधारण बल्लेबाजी कौशल दिखाया और 56 गेंदों में नाबाद 56 रन बनाए और इसके बाद श्री दीपक मिश्रा ने सर्वाधिक 21 रन बनाए.

टाई होने से खेल सुपर ओवर में चला गया, जहां श्री हसरत अली ने डिगवाडीह कोलियरी के लिए 9 रनों का योगदान दिया और जीत के लिए 6-7 पिट्स कोलियरी को 11 रन का लक्ष्य दिया. 6-7 पिट्स कोलियरी की टीम सुपर ओवर में केवल 7 रन ही बना सकी और इस प्रकार डिगवाडीह कोलियरी ने कप पर कब्जा कर लिया. समापन कार्यक्रम में उपिस्थत गणमान्य लोगों ने विजेता और उपविजेता टीम को पुरस्कार दिया.

 क्रिकेट टूर्नामेंट स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट के इंचार्ज श्री बाल शंकर झा द्वारा समन्वित किया गया था.   शशि कुमार सिंह और  ओपी राय ने अंपायरिंग की और श्री लखन पाल फाइनल मैच के आधिकारिक स्कोरर थे.  

इस अवसर पर, श्री सनक घोष, चीफ, (जमाडोबा ग्रुप), श्री देबाशीष बनर्जी, चीफ (एचआरएम), श्री नकुल सिंह, सचिव (आरसीएमएस) डिगवाडीह कोलियरी, श्री एस ज़ेया अहमद, सचिव (आरसीएमएस), 6 ऐंड 7 पिट्स कोलियरी, श्री ओम प्रकाश सिंह, अध्यक्ष (आरसीएमएस), 6 ऐंड 7 पिट्स कोलियरी और श्री अशोक राय, अध्यक्ष (आरसीएमएस) जामाडोबा कोलियरी आदि भी उपस्थित थे.