1000 करोड़ के खनन घोटाला मामले में ED ने 42 लोगों को बनाया गवाह, खुलेगा कच्चा-चिट्ठा

झारखंड: साहिबगंज में 1000 करोड़ से अधिक के अवैध खनन व परिवहन से की गई कमाई की मनी लाउंड्रिंग में ईडी ने 42 लोगों को गवाह बनाया है. गवाहों में आईएएस अधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, वन सेवा से जुड़े अधिकारी, बैंक के अफसरों के साथ-साथ बड़े पैमाने पर कारोबारियों को शामिल किया गया है. पूर्व में अवैध खनन के खिलाफ शिकायत कर चुके लोगों को भी ईडी ने अपना गवाह बनाया है.

ईडी की तरह से इस मामले की जांच में जुटे असिस्टेंट डायरेक्टर देवव्रत झा, रांची में पूर्व में पोस्टेड रहे डिप्टी डायरेक्टर सुबोध कुमार, ऋषिकेश पांडेय, अनुपम कुमार, अवध बिहारी राय को भी गवाहों की सूची में रखा गया है.

ईडी ने इस मामले में बरहरवा थाने में बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, मंत्री आलमगीर आलम समेत 11 लोगों पर दर्ज केस के अनुसंधानक सरफुद्दीन खान को गवाह बनाया है. शंभूनंदन भगत के द्वारा बरहरवा थाने में टोल टेंडर को लेकर विवाद से जुड़ा केस दर्ज किया गया था. इस केस को ही ईडी ने टेकओवर किया था. इस मामले में उन्हें गवाह बनाया गया है. वहीं मुंगेर के रोहित कुमार, मुकेश यादव, शिव कुमार प्रसाद, रमेश पासवान, पूर्व में डीएमओ विभूति कुमार व पंकज मिश्रा पर केस कराने वाले विनोद हांसदा, पत्थर कारोबारी विनोद कुमार जायसवाल को भी गवाह बनाया गया है. विनोद कुमार ने ईडी को बताया था कि पंकज मिश्रा ने जबरन उनके स्टोन क्रशन प्लांट को हड़प लिया था.

ईडी ने इस मामले में साहिबगंज सदर के सीओ अब्दुस समद, राजमहल के सब रजिस्ट्रार मनोज टुडू, दुमका में प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड के रीजनल अफसर कमलाकांत पाठक, रांची के स्टेशन हेड से जूनियर इनवायरोमेंट इंजीनियर राजीव कुमार सिन्हा, रेंज फोरेस्ट अफसर जितेंद्र दूबे, अमीन शहबाज आलम, प्रभात कुमार और साहिबगंज के एसडीओ राहुल जी आनंद जी को भी गवाह बनाया गया है.

सीएम हेमंत सोरेन के खिलाफ बयान देने वाले झामुमो के पूर्व कोषाध्यक्ष रवि केजरीवाल, संताल परगना के पूर्व कमिश्नर व रिटायर्ड आईएएस अधिकारी चंद्रमोहन प्रसाद कश्यप, प्रेम प्रकाश के स्टाफ अनिल झा, रेलवे अधिकारी कर्नलीयुस मरांडी, डीसीएम मालदा रेल डिविजन पवन कुमार, एक्सिस बैंक हिनू के ब्रांच ऑपरेशनल हेड नवीन कुमार, बंधन बैंक के ब्रांच मैनेजर मनोरंजन, बैंक ऑफ बड़ौदा बिरसा चौक शाखा की चीफ मैनेजर चंद्रकांति कुमारी, बीओआई डोरंडा के चीफ मैनेजर लाल त्रिलोचननाथ शाहदेव, केनरा बैंक हिनू की मैनेजर रोहिणी टोप्पो, एचडीएफसी बैंक के सूर्यांशू वर्मा समेत कई बैंक अफसरों को ईडी ने गवाह बनाया है.