धनबाद. झारखंड सरकार के द्वारा झमाडा कर्मियों को छठे वेतनमान का लाभ देकर पुनः उसकी कटौती का फरमान जारी होने से झमाडा कर्मियों ने पिछले तीन दिनों से अनिश्चिततकालीन हड़ताल कर रखी है. जिससे कि बाघमारा और झरिया इलाके के कई क्षेत्रों में जलापूर्ति पूर्णत ठप है. लगभग 10 लाख की आबादी इससे प्रभावित है.
धनबाद मुख्यालय में कार्यरत माडा कर्मियों ने भी हड़ताल के समर्थन में सोमवार को कार्य बहिष्कार कर दिया है. कर्मियों ने हड़ताल जारी रखते हुए सिस्टम और व्यवस्था के खिलाफ सैकड़ों की संख्या में आक्रोश मार्च निकाला और जमकर नारेबाजी की.
प्राधिकार कर्मचारी संघ के कार्यकारी अध्यक्ष अरविंद गिरी ने कहा कि राज्य सरकार ने छठा वेतनमान लागू करने के बाद यू टर्न लेते हुए उक्त निर्णय को वापस ले रही है उसे अविलंब रद्द किया जाए और 40 महीने का बकाया वेतन के भुगतान करें और सभी प्रकार की सेवाएं बहाल करें अगर सरकार बात नहीं मानती है तो अनिश्चित काल हड़ताल पर है ही आगे इससे भी उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे