भू धंसान से बंद बागडिगी कोलियरी कार्यालय के भवनों में आई दरार

धनबाद: झरिया के लोदना क्षेत्र अंतर्गत बंद बागडिगी कोलियरी कार्यालय का बत्ती घर, स्टोर रूम आदि भू धंसान की चपेट में आ गए हैं. करीब 50 फीट के दायरे में जमीन धीरे धीरे बैठ रही है. जमीन और कोलियरी कार्यालय के दीवारों में दरारे आ गई है. प्रबंधन ने भू धंसान क्षेत्र को सुरक्षा के मद्देनजर चारों तरफ से फेंसिंग कर दिया है. कोलियरी कार्यालय के समीप करीब 250 आवास हैं. इन आवासों में रहने वाले लोगों में हड़कंप मचा हुआ है. ग्रामीणों ने बताया कि रविवार की देर रात तेज आवाज के साथ जमीन धंसने का सिसिला शुरू हुआ है. कार्यालय के कई रूम चपेट में आ गए हैं. अगर जमीन धंसने की प्रक्रिया जारी रही तो बागडिगी के ग्रामीणों का रास्ता बंद हो जाएगा.

बताते चलें कि बागडिगी कोलियरी में वर्ष 2001 में पानी भरने से 29 मजदूर जल समाधि ले लिए थे. उसके बाद 2007 से लगातार आग और गैस रिसाव की घटना हो रही थी. जिसका हवाला देकर प्रबंधन ने उक्त खदान को 2011 से बंद कर दिया. यहां पर केवल पानी, बिजली के मेंटेनेंस का कार्य होता है.

पार्षद नंदलाल पासवान और मजदूर नेता मुंद्रीका पासवान ने कहा कि प्रबंधन जानबूझकर ग्रामीणों के साथ खिलवाड़ कर रहा है. यहां पर अभी भी 250 घरों में लोग रह रहे हैं. प्रबंधन के साथ पूर्व में समझौता हुआ था. जिसमें डिगवाडीह 12 नंबर का घर के पास बसाने पर सहमति बनी थी. लोग स्वयं जाने के लिए तैयार है. 3 माह पूर्व यहां के ग्रामीणों ने लिख कर भी दिया है कि उन्हें सुरक्षित जगह पर बसाया जाय.

एम कुंडू, पीओ- खतरा की कोई बात नहीं है. फायर क्षेत्र होने के कारण ज़मीन धंसी है. सुरक्षा के ख्याल से प्रभावित क्षेत्र को फैंसिंग कर दिया गया है. प्रबंधन हमेशा ध्यान रखे हुए है.