राजेंद्र सिंह को ओपी लाल, मन्नान मल्लिक, ब्रजेन्द्र सिंह, एके झा समेत सभी नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

धनबादः जयप्रकाश नगर स्थित राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ कार्यालय में पूर्व मंत्री ओमप्रकाश लाल की अध्यक्षता में एक शोक सभा का आयोजन किया गया. दिवंगत नेता राजेन्द्र प्रसाद सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई. मजदूरों ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया. बैठक को संबोधित करते हुए ओमप्रकाश लाल ने कहा कि राजेंद्र बाबू के निधन से कांग्रेस और संघ में बड़ी रिक्तता आ गई है. मजदूरों में काफी निराशा है. हमारे और उनके अच्छे संबंध रहे. बरसों से हम दोनों बिहार में एक साथ विधायक और मंत्री रहे. हमारी जिंदगी को बचाने वाले राजेंद्र बाबू थे. आज मैं जीवित हूं तो उसमें बहुत बड़ा ही उनका योगदान रहा है. उनके जाने के बाद हमलोगों की जिम्मेवारी बढ़ गई है. संघ को मजबूत करना है. मजदूर की लड़ाई करनी है.

 बैठक को संबोधित करते हुए मन्नान मल्लिक ने कहा कि धनबाद ही नहीं पूरे झारखंड में कांग्रेस ने एक मजदूर मजबूत आधारस्तंभ खो दिया है. कांग्रेस पार्टी में उनकी काफी इज्जत थी. उनके साथ हमारा परिवारिक रिश्ता था. उन्होंने हमारे हर चुनाव में पूरी मजबूती से मदद किया. हर सुख दुख में हम मजदूर और हमारे साथ रहे. उनके निधन से एक खालीपन आ गया है.  

बैठक को संबोधित करते हुए धनबाद जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री बृजेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि उनके निधन से कांग्रेस क्षति पहुंची है उसकी क्षतिपूर्ति संभव नहीं है. उनके व्यक्तिगत संबंध कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से लेकर कांग्रेस के कार्यकर्ता के साथ रहा है. हर कोई उन्हें अपना सबसे करीबी समझता था बैठक को संबोधित करते हुए संघ के महामंत्री श्री ए के झा ने कहा झारखंड में कांग्रेस में सूनापन आ गया है. कांग्रेस के बुरे दिन से लेकर आज तक उन्होंने अपने अंतिम सांस तक कांग्रेस और इंटक को मजबूत करने का जो ऐतिहासिक कार्य किया है ना तो इंटक और ना ही कांग्रेस इसे भुला सकता है.

 श्री झा ने कहा कि कोयला मजदूर पहले 2000 सालाना बोनस पाते थे उसको 60000 पहुंचाने वाला नेता माननीय राजेंद्र बाबू ही थे. तीन तीन बार फीमेल वीआरएस स्कीम को लागू कराया सरकार और मैनेजमेंट नहीं चाहती थी फिर भी हजारों नौजवानों को काम दिलाया. मेडिकली अनफिट कामगारों के बच्चों को नौकरी के प्रावधान दिलाना उनकी ही देन थी.   आठवीं वेज बोर्ड में 34 प्रतिशत बढ़ोतरी कराया. दो पर्सेंट हाउस रेंट दिलाने का काम किया. हजारों वर्कर को अधिकारी संवर्ग में सीधे प्रमोशन दिलाने का काम किया. उनके द्वारा कोयला मजदूरों की उपलब्धि का लंबा इतिहास है माइनिंग सरदार ओवरमैन में न्यूनतम आयु 35 वर्ष उन्होंने कराया. उन्होंने विपरीत परिस्थिति में इंटक को राज्य और राष्ट्र स्तर पर मजबूत करने का काम किया. 2015 में कांग्रेस के राहुल गांधी, डॉक्टर मनमोहन सिंह से लेकर तमाम कांग्रेसी दिग्गज नेताओं को इंटक के राष्ट्रीय महाधिवेशन में एक साथ मंच पर उपस्थित कराकर पूरे देश को एक नया संदेश दिया. मजदूरों के हौसले को बढ़ाया आज उनके नेतृत्व की सबसे बड़ी आवश्यकता थी. लेकिन ईश्वर ने उन्हें हमसे छीन लिया है. लेकिन उनके कर्म, उनके गुण, उनकी सोच, उनकी नीयत, उनकी नीति उनका समर्पण हमको बल देगा और कोयला मजदूरों का सम्मान और इंटक का झंडा कांग्रेस का झंडा कभी झुकने नहीं देगा.

 2 मिनट का मौन रखकर ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई. इस बैठक में मुख्य रूप से संतोष महतो, अनंत नाथ सिंह, संतोष सिंह, राजेश्वर यादव, रामप्रीत यादव, मिथिलेश कुमार सिंह लल्लन शर्मा,वीरेंद्र अंबस्ट, एसके शाही, नगेंद्र कुमार मदन महतो, कृष्णा सिंह,  रमाशंकर चैहान, सुनील राय, विनोद हजारी, रामचंद्र पासवान, रणधीर सिंह, सुरेंद्र यादव, पीएन झा, महेश निषाद, ददन सिंह आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे.