भारतीय उर्वरक श्रमिक मंच सिंदरी का प्रतिनिधि धनबाद सांसद से मिला, समस्याओं से अवगत कराया

सिंदरी (सतीश मिश्रा ) : पीडीआईएल सिंदरी की बन्दी के कारण बेरोजगार हो चुके कुशल एवं अकुशल मजदूरों को हर्ल सिंदरी प्रोजेक्ट में रोजगार दिलाने की मांग को लेकर लोजपा एवं भारतीय उर्वरक श्रमिक मंच सिंदरी का प्रतिनिधि मंडल रविवार को धनबाद सांसद पशुपति नाथ सिंह से मिला. युवा लोक जनशक्ति पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शैलेंद्र द्विवेदी के नेतृत्व में प्रतिनिधियों ने सांसद पशुपतिनाथ सिंह को अपनी समस्याओं से अवगत कराया.  

प्रतिनिधियों ने सांसद को बताया की पीडीआईएल सिंदरी ईकाई को बंद कर दिया गया और बंदी के बाद पीडीआईएल सिंदरी की संपूर्ण परिसंपत्ति का अधिग्रहण एफसीआईएल सिंदरी यूनिट द्वारा कर लिया गया, परंतु पीडीआईएल सिंदरी में कार्यरत असंगठित क्षेत्र के करीब 150 मजदूर (कुशल एवं अकुशल )जो लगभग 15 से 30 वर्षों से कार्य करते आ रहे थे उनका समायोजन नहीं किया गया.  

संयुक्त उपक्रम एचयूआरएल (हर्ल) में एफसीआईएल भी पार्टनर है. हर्ल प्रोजेक्ट के निर्माण कार्य में लगी विभिन्न कंपनियों में 3000 से 4000 अप्रवासी मजदूर कार्यरत हैं, जबकि पीडीआईएल सिंदरी के उन 150 मजदूरों को समाहित नहीं किया जा रहा है. मांगो को सुनने के पश्चात तत्काल कार्रवाई करते हुए सांसद पशुपतिनाथ सिंह ने मजदूरों के समायोजन हेतु एक पत्र हर्ल सिंदरी प्रोजेक्ट के महाप्रबंधक को निर्देशित किया एवं मजदूरों को तत्काल समायोजन का निर्देश दिया.

प्रतिनिधि मंडल में भारतीय जनता पार्टी के अरविंद पाठक, युवा लोजपा के जिला अध्यक्ष जितेंद्र शर्मा, नगर अध्यक्ष प्रवीण सहिस, संजय कुमार राय, विजय कुमार, आदि थे. सिंदरी वापसी के बाद रोहराबांध में मजदूरों की बैठक की गई और सांसद से हुई बातों को सभी को बताया गया.  

बैठक में उपरोक्त के अलावा कमलेश कुमार सिंह, नरेश मलिक, सूरज ठाकुर, गणेश पासवान, बबलू मंडल, मंटू राम, शंभू मंडल, रोहिणी महतो, संजय कुमार कुशवाहा, आनंद मंडल, शंकर लाल साहू, सुरेश चालक, धीरज कुमार व अन्य मजदूर शामिल थे.