घर खर्च के लिए पैसे नही देने पर मां ने डांटा तो बेटा ने खाया जहरीला दवा, मौत

निरसा(बंटी झा) : एगारकुण्ड प्रखंड के जोगरात पंचायत क्षेत्र के जोगरात स्थित हरि बोल मंदिर के समीप 20 वर्षीय मोहन मल्लिक ने जहरीली दवा खा कर मौत को गले लगा लिया. जानकारी के अनुसार मोहन मलिक एक अच्छा फुटबॉल खिलाड़ी है. लेकिन घर के दयनीय स्थिति ठीक नही होने के कारण अपने घर का खर्च चलाने के लिए दिहाड़ी मजदूरी का काम करता था.   बीते दिन शुक्रवार को मोहन की मां ने मोहन से घर खर्चे के लिए पैसा मांगा. लेकिन मोहन जहां कार्य करता था वहां पैसा नहीं मिलने के कारण घर में पैसा नही दे पाया. जिसके बाद मोहन की मां ने उसे डांट फटकार लगाई. उसी दिन मोहन ने फुटबॉल खेलने के बहाने पंचमोहली स्थित आम डंगाल गया. जहां उसने जहरीली दवा खा लिया. हालात बिगड़ने के बाद परिजन उसे बेहतर इलाज़ के लिए धनबाद एसएनएमएमसीएच ले जाया गया. जहां उसकी मौत हो गई.

 प्राप्त समाचार के अनुसार  एक एगारकुण्ड प्रखंड अंतर्गत शिवलीबाड़ी दक्षिणी पंचायत क्षेत्र के कुमारधुबी न्यू रोड में बन रहे सामुदायिक शौचालय में 20 वर्षीय मोहन मल्लिक दिहाड़ी मजदूरी का काम करता था.   लेकिन तबतक उसे मजदूरी का पैसा नहीं मिला था. जिसके कारण घर  खर्च को लेकर अपनी मां को पैसे नहीं दे पाया था. माँ के बातों को सुनने के बाद मोहन ने मौत को गले लगा लिया. वहीं आसपास के लोग इसे घरेलू विवाद के साथ प्रेम प्रसंग के मामला से देख रहे हैं.

बताया जा रहा है कि मोहन अपने परिवार में सबसे बड़ा लड़का था और वक अच्छा फुटबॉल खिलाड़ी था. घटने के बाद परिवार में मातम पसरा है. 

       

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आत्महत्या करना या किसी को खुदकुशी के लिए उकसाना किसी  समस्या का समाधान नहीं है. संघर्ष ही तो जीवन है. इसलिए समस्याओं के झंझावातों से डरकर या सहमकर जिंदगी से मुंह चुराकर भाग जाना कोई हल नहीं है. सिटी लाइव अपने दर्शकों से अपील करता है कि लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती,

कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती. इसलिए जिंदगी की चुनौतियों से डटकर सामना कीजिए क्योंकि जिंंदगी जिंदादिली का नाम है.