तांत्रिक ने डाली रिश्तों में दरार, सूझबूझ से बचा परिवार

धनबाद : पूर्वी टुंडी : देश भले ही चांद पर पहुंच गया हो, लेकिन अपने समाज का एक तबका आज भी अंधविश्वास में जी रहा है. यह वर्ग अपनी समस्याओं को समाधान झाड़ फूंक में ही तलाशता है और कभी-कभी तो स्थिति यह हो जाती है कि इसके प्रभाव में आकर हंसता-खेलता परिवार बिखर जाता है. पूर्वी टुंडी प्रखंड की रूपन पंचायत अंतर्गत केंदुआटांड़ गांव में भी कुछ ऐसा ही हुआ.  

इस गांव के एक युवक की शादी चार वर्ष पूर्व हुई थी. लेकिन अब तक दंपती को संतान नहीं हुआ. बच्चे के लिए पति-पत्नी चिकित्सक से इलाज करवा रहे हैं. घर-आंगन में बच्चे की किलकारी गूंजे, यह इच्छा परिवार के बड़ों की थी. इसी बात को लेकर घर में विवाद भी होता रहता था. इधर युवक की पत्नी को एक दिन सांप ने काट लिया. झाड़-फूंक कराने के लिए उसे महराजगंज क्षेत्र के एक तांत्रिक के पास ले जाया गया.

 तांत्रिक से झाड़-फूंक कराने के क्रम में पारिवारिक विवाद के बारे में भी उसे बताया गया. तांत्रिक ने विवाद के लिए एक डायन का प्रभाव परिवार में होने की बात कही. बाद में उस तांत्रिक ने युवक की पत्नी को वशीभूत कर उसके मुंह से परिवार की ही एक महिला का नाम बुलवा दिया. यह बात वहां मौजूद परिवार के अन्य सदस्यों ने भी सुन ली. इसका समाधान बताते हुए तांत्रिक ने पूजा कराने की बात कही.

पूजा में एक बकरा और कुछ रुपये खर्च होने की बात तांत्रिक ने बताई. परिवार के ही एक सदस्य को डायन बताने पर परिवार में विवाद बढ़ गया और रिश्तों में दरार आने लगी. आए दिन झगड़ा होने लगा, कुछ सदस्यों को घर छोड़ने तक की नौबत आ गई. हंसता-खेलता परिवार टूटने के कगार पर जब आ गया तो ग्रामीणों को इसकी चिंता हुई. शुक्रवार को गांव में पंचायत बुलाई गई. पंचायत में प्रबुद्ध लोगों ने परिवार के सदस्यों को समझाते हुए बताया कि आज के समय में डायन और भूत जैसी कोई चीज नहीं होती है. सबके समझाने के बाद परिवार के सदस्यों की आंखें खुली और और पुरानी बातों को भुलाकर सभी एक साथ रहने को राजी हो गए. पंचायती में पंचायत समिति सदस्य मोहन हांसदा, राजू मुर्मू, बीरलाल मुर्मू, रामेश्वर मरांडी, राजेश मुर्मू, संभारी मरांडी समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे.