संगीतमय श्रीमद भागवत के प्रसंग को सुन भक्त हुए मन्त्रमुग्ध

धनबाद : पांड्रा कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज के तत्वाधान में शिमुलडांग गांव में लगातार 107 वां चार दिवसीय अखंड हरिनाम संकीर्तन चल रहा है.

उक्त कार्यक्रम में नवदीप से आए कीर्तनिया गौरगोपाल ब्रम्हचारी ने संगीतमय श्रीमद भागवत के प्रसंग को प्रस्तुत कर  मत्रमुग्ध कर दिया.

ब्रम्हचारी ने भगवान कृष्ण के जन्म, कृष्ण सुदामा की दोस्ती, राधा कृष्ण मिलन और राधा कृष्ण बिरह आदि प्रसंग श्रोताओं को सुनाकर उन्हें भावविभोर कर दिया.

उन्होंने गौरांगो महाप्रभु(चैतन्य महाप्रभु) के जीवन व उनके बताए प्रभु प्राप्ति के मार्ग नाम संकीर्तन के संबंध में बताया.

उन्होंने बताया कि चैतन्य महाप्रभु ने धरती पर राधा के वियोग को जिया तथा प्रभु प्राप्ति के लिए जिस तरह राधा व गोपिया व्याकुल रहती थी उसी तरह हर वक्त भगवान नाम को रटने का सन्देश दिया.

रासलीला पर उन्होंने बताया कि भगवान व भक्त के बीच की दूरी रासलीला से मिटती है.

संकीर्तन में सांसद पीएन सिंह पहुंचे. वहां समाज के लोगो के आग्रह पर उन्होंने अपने मद से साढ़े सात लाख रुपये से सामुदायिक भवन निर्माण कराने की घोषणा की.

उन्होंने कहा कि हरिनाम संकीर्तन से वातावरण शुद्ध होता है तथा लोग भगवान से सीधा जुड़ाव महसूस करते हैं.

ज्ञात हो कि 106 वर्ष पूर्व पांड्रा के रामरतन तिवारी ने अखंड हरिनाम संकीर्तन शुरू किया था. वह आज बटवृक्ष का रूप ले चुका है.

हरिकीर्तन के बहाने ही सही उक्त कार्यक्रम में कान्यकुब्ज समाज की पांच मजलिस के लोग पहुंचते हैं. इस दौरान ब्याह योग्य लड़के व लड़कियों का संबंध भी बनता है.

चूंकि दोनों ही परिवार के लोग उस जगह एकत्रित रहते है. इसलिए उस स्थान पर ही शादी-विवाह की बातचीत भी तय हो जाती है.

पांड्रा कान्यकुब्ज समाज के लोग आज भी इस परमंपरा को कायम रखे हुए हैं.

कार्यक्रम को सफल बनाने में अमर तिवारी, मदनमोहन तिवारी,फणिभूषण तिवारी,गौरचन्द्र तिवारी,नृत्यगोपाल तिवारी,हारू तिवारी सहित अन्य की भूमिका रही.

Web Title : BHAGWAT KATHA AT PANDRA NIRSA