ब्राह्म्ण समाज ने परशुराम जयंती पर लिया एकजुटता का संकल्प

धनबाद: जिला परिषद् मैदान में परशुराम जंयती के अवसर पर ब्राह्म्णों ने एकजुटता का संकल्प लिया. एकजुटता का संकल्प समाज के अध्यक्ष श्रीराम पांडेय ने दिलाया.

अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज ने समारोह का आयोजन किया था. जिले के हजारों ब्राह्म्ण समारोह में भाग लेने के लिए जुटे थे.

प्रातः 9 बजे वैदिक मंत्रोच्चारण व शंख ध्वनि से समारोह की शुरूआत हुई.

समाज के विभिन्न वक्ताओं ने ब्राह्म्ण समाज का काल क्रमेण ह्रास, सामाजिक, सांस्कृतिक व आर्थिक विकास,  बौद्धिक विरासत की रक्षा, समाज से दकियानुसी विचारों का खात्मा आदि के बारे में विचार रखा.

समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि पूर्व सांसद यदुनाथ पांडेय ने कहा कि ब्राह्म्ण देश, समाज व राष्ट्र के लिए जीते है. ब्राह्म्णों में राष्ट्रवाद की भावना कूट-कूट कर भरी होती है.

ब्राह्म्ण अपने ब्राह्म्णत्व की रक्षा करें, ब्राह्म्ण बचेगा तोे हिन्दू बचेंगे और हिन्दू बचेंगे तो राष्ट्र बचेगा. ब्राह्म्णत्व के चलते कृष्ण ने गरीब सुदामा का पांव पखारा.

ब्राह्म्ण संकल्प के धनी होते हैं, चाणक्य की तरह संकल्प लेना पड़ेगा. चाणक्य ने नंद वंश का नाश करने के बाद ही शिखा में गांठ लगाने का संकल्प लिया था.

ब्राह्म्ण चाटुकार नहीं होते, स्वाभिमानी होते हैं. स्वतंत्रता आंदोलन में ब्राह्म्ण का योगदान सबसे ज्यादा रहा है.

ब्राह्म्ण दूसरे को राजा बनाने की क्षमता रखते हैं तो अपने समाज को क्यों नहीं राजा बना सकते़?

समाज के समाने बड़ी चुनौती है इससे निपटना चाहिए.

ब्राह्म्णों की महत्ता इसीसे समझी जा सकती है कि 16 संस्कार ब्राह्म्ण ही संपन्न कराते हैं, इसलिए ब्राह्म्ण सामाजिक समरसता के प्रतीक हैं.

सोने वाले लोगों के घर में ही सेंध लगता है. ब्राह्म्ण अपने घर को बचाने के लिए सोना छोड़ दें.

जाग कर घर की चैंकीदारी करेंगे तो घर में कोई सेंध नहीं लगाएगा.

संगठित रहेंगे तो शक्ति बढ़ती रहेगी, बिखरने पर शक्ति क्षीण हो जाएगी.

पूर्व मंत्री सत्यानंद झा बाटुल ने कहा कि इस विराट आयोजन से समाज का मनोबल बढ़ेगा. ब्राह्म्ण भगवान का रूप होते हैं.

ब्राह्म्ण अन्य समाज को दिशा भी देते थे और दशा भी तय करते थे. भगवान परशुराम ने धरती पर से अधर्म का खात्मा किया.

ब्राह्म्ण अपने संस्कार, अपने धर्म की रक्षा करते हुए अधर्म को खत्म करने का प्रण लें. ब्राह्म्ण समाज की एकता के लिए यह संगठन और भी मजबूत हों.

पूर्व बियाडा अध्यक्ष विजय झा ने कहा कि आरक्षण आर्थिक आधार पर तय किए जाएं.

वैसे भी मौजूदा आरक्षण का लाभ वैसे जरूरतमंद को नहीं मिल रहा है जो इसके वास्तविक हकदार हैं. आरक्षण का लाभ एससी, एसटी व ओबीसी के संपन्न लोग ले रहे हैं.

आर्थिक आधार पर आरक्षण मिलने से गरीब ब्राह्म्णों को भी इसका लाभ मिलेगा.

समारोह को प्रमोद झा, भाजपा जिलाध्यक्ष हरिप्रकाश लाटा, अध्यक्ष श्रीराम पांडेय, नागेन्द्र शुक्ला आदि ने भी संबोधित किया.

मौके पर मनोज उपाध्याय, बलराम दुबे, मुकेश पांडेय सहित समाज के हजारों लोग मौजूद थे.

 

डीसी को सौंपा ज्ञापन

समाज ने आरक्षण का आधार आर्थिक तय किए जाने के लिए राष्ट्रपति के नाम डीसी को ज्ञापन सौंपा.   

Web Title : BRAHMAN SAMAJ CELEBRATE PARSHURAM JAYANTI