मोबाइल से बढ़ रहे ब्रेन टय़ूमर के मरीज

धनबाद : मोबाइल फोन के कारण ब्रेन टय़ूमर के मामले बढ़ रहे हैं.

मोबाइल फोन की तरंगे खासकर मस्तिष्क को काफी प्रभावित करती हैं.

इससे कोयलांचल में भी ब्रेन टय़ूमर के रोगी बढ़ रहे हैं.

बीसीसीएल के सेंट्रल अस्पताल में ऐसे अनेक मरीजों का इलाज हो रहा है.

अस्पताल के सीएमएस डॉ जीएस पांडेय ने बताया न्यूरो सजर्री में झारखंड में अस्पताल की अपनी ख्याति है.

बड़ी संख्या में लोग यहां इलाज के लिए आते हैं.

उधर प्रतिमाह ब्रेन से संबंधित लगभग एक दर्जन मरीज इलाज कराने धनबाद से बाहर भी जाते हैं.

 
जानें क्या है ये ब्रेन टय़ूमर :

सामान्य चोट/आघात होने के कारण ब्रेन टय़ूमर हो सकता है.

चिकित्सक बताते हैं मलेरिया व ब्रेन टय़ूमर के बीच भी कभी-कभी संबंध हो जाता है.

एनाफिलिज मच्छर के काटने से मलेरिया होता है.

यही मच्छर मस्तिष्क में भी वायरस को पहुंचाने में सहायक होता है, जिससे ब्रेन टय़ूमर की आशंका होती है.

कभी-कभी अल्जाइमर के कारण भी ब्रेन टय़ूमर होने की आशंका रहती है.

कभी-कभी टय़ूमर का पता नहीं चलता है.

वहीं कई बार टय़ूमर तेज दर्द के साथ शुरू होता है.

इससे सिरदर्द, उल्टियां, कोमा, पक्षाघात आदि हो सकते हैं.

 
नियमों को ताक पर रखकर लगे मोबाइल टावर :

जिले में नियमों को ताक पर रख कर मोबाइल कंपनियां टावर लगा रही हैं.

इनका रेडिएशन काफी खतरनाक होता है.

शहर में ऐसे कई टावर देखने को मिल जायेंगे, जहां एक ही जगह पर तीन-चार टावर लगाये गये हैं.

वहीं कई टावर घरों की छत पर अवैध ढंग से लगाये गये हैं.

न नगर निगम इस पर नकेल कस रहा है और नहीं जिला प्रशासन की ओर से कार्रवाई की जाती है.

Web Title : BRAIN GROWING MOBILE PATIENT TYHUMR

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